
-द ओपिनियन-
नई दिल्ली। नेशनल इनवेंस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार सुबह लारेंस विश्नोई गैंग के राजस्थान समेत कई राज्यों के गैंगस्टरों के ठिकानों पर छापेमारी की। टीवी रिपोर्ट के अनुसार एनआईए की यह छापेमारी गैंगस्टरों की आतंकवाद के साथ सांठगांठ के खिलाफ मानी जा रही है।
एनआईए ने भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच उभरती सांठगांठ को खत्म करने के उद्देश्य से इन चार राज्यों और दिल्ली में छह से अधिक जिलों में गैंगस्टरों से जुड़े आवासीय और अन्य परिसरों पर छापे मारे हैं।
बताया जा रहा है कि एनआईए की इस छापेमारी का संबंध भारत और विदेश में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच उभरती सांठगांठ को खत्म करने के मकसद से है। यह छापे चार राज्यों और दिल्ली में छह से अधिक स्थानों परं गैंगस्टरों से जुड़े आवासीय और अन्य परिसरों पर मारे गए हैं।
इन गैंगस्टरों में लारेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया और गोल्डी बराड़ से जुड़े गिरोह के लोग हैं। एनआईए इन गैंगस्टरों पर नजर रखे थी। उसने कई गैंगस्टरों से कडी पूछताछ की है। इसके बाद एक साथ छापेमारी की योजना बनाई गई। उल्लेखनीय है कि एनआईए ने अक्टूबर माह में चार राज्यों और दिल्ली में 52 स्थानों पर तलाशी अभियान किया था। उसके बाद यहां एक वकील और हरियाणा के एक गैंगस्टर को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार वकील के आवास की तलाशी के दौरान चार हथियार बरामद हुए। बताया जाता है कि उक्त वकील के जेल में बंद गैंगस्टरों से सम्पर्क थे। एनआईए ने बसौदी, सोनीपत (हरियाणा) के रहने वाले राजेश उर्फ राजू मोटा को भी गिरफ्तार किया है जिसके खिलापफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।