-डॉ अनिता वर्मा-
कोटा। भाषा क्लब के तत्वावधान में अंग्रेजी भाषा में नवाचार विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ विनीता शुक्ला ने की। संयोजन भाषा क्लब की प्रभारी डॉ अनिता वर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथि डॉ सीमा चौहान व डॉ विवेक शंकर रहे। अंग्रेजी विभाग की वरिष्ठ डॉ विनीता शुक्ला ने भाषा में हो रहे नवाचार पर बीज वक्तव्य देते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा वैश्विक परिदृश्य पर आज एक दूसरे को जोड़ रही है। अंग्रेजी भाषा में नवाचार हो रहे हैं। मुख्य वक्ता सेवानिवृत सहआचार्य अंग्रेजी डॉ सुनीता माथुर ने अंग्रेजी भाषा में नवाचार पर बात करते हुए कहा कि भाषा भावों का सशक्त माध्यम है। भाषा का अपना महत्त्व है। भाषा वैश्विक परिदृश्य पर समय की मांग के अनुसार नवीन संदर्भाे के साथ विकसित हो रही है। न्यूरा लिंक , नियोलॉजिस्म, पोटस, वेज इशू, गैस लाइटनिंग, गोबलिन मोड, परमा क्राईसिस शब्दों के उदाहरणों से अंग्रेजी भाषा में विकसित भाषिक परिवर्तनों पर विस्तार से चर्चा की।
उर्दू विभाग की डॉ नुसरत ने कहा परिवेश बदला है साहित्य एक दूसरे से अवश्य प्रभावित होता है। भाषाओँ में लचीला पन जरुरी है। इससे भाषा विकसित होती है। विवेक शंकर ने कहा भाषा का संस्कार जरुरी है। भाषा व्यक्तित्व का आईना होती है। डॉ अनिता वर्मा ने अपने संयोजन में कहा कि भाषा समस्त संस्कृति का परिचायक होती है। भाषा से बिम्ब और अनुभव संचित होकर अग्रसर होते हैं। छात्र परेश, छात्रा उज्मा व अन्य छात्रों ने परिचर्चा में उत्साह पूर्वक भाग लिया। अंग्रेजी विभाग से ज्योति पुरसवानी, संस्कृत से डॉ मंजू जैन, डॉ हिमा गुप्ता, डॉ वंदना शर्मा, डॉ रमा शर्मा, डॉ नईम ने उर्दू भाषा के सन्दर्भ में भाषाओँ में समाहित शब्दावली और परिवर्तन पर बात करते हुए कहा भाषा परिवेश से शब्द ग्रहण करती है। कार्यक्रम के अंत में अंग्रेजी विभाग की ज्योति पुरसवानी ने सबका आभार व्यक्त किया ।