
-प्रकाश केवडे-

हिमालय साक्षी है
भारत के इतिहास का
संतों, वीरों के त्याग का।
देखा इसने श्रीराम को
मर्यादा का मान रखते
परखा इसने श्रीकृष्ण को
निष्काम कर्म करते
गवाह है ये दधीचि के
अमर त्याग का।
नहीं भूला यह विदेशी
आक्रमण की क्रूर कहानी
सुनी इसने नानक मीरा
तुलसी की अमरवाणी
प्रमाण है पास इसके
राधाकृष्ण के प्रेम का।
व्यथित था यह जब
मुगलों ने आक्रमण किया
मुस्कुराया जब शिवाजी ने
परास्त उन्हें किया
याद है इसे गुरू तेगबहादुर
के बलिदान का।
आज पीड़ित है वो हमें
देख आपस में लढते हुए
सत्ता संपत्ति हेतु एक दूजे
को मारते हुये
प्रसन्नता होगी इसे जब
मिटेगा अंतर भेदभाव का।
हिमालय साक्षी है भारत
के इतिहास का।
रचियता प्रकाश केवडे