-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा . म्यूजिक की डिग्री की विसंगति दूर करने की मांग को लेकर जेडीबी कॉलेज की छात्राएं सर्द रात में दूसरे दिन भी धरने पर बैठी रही। इससे पहले गुरुवार दोपहर को जेडीबी आर्ट्स की छात्र संघ अध्यक्ष शिवानी दुबे की अगुवाई में छात्राओं ने जमकर नारेबाजी।
छात्राओं के विरोध को देखते हुए कोटा यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार व सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा डॉक्टर रघुराजसिंह परिहार मौके पर पहुंचे और छात्राओं से समझाइश की। लेकिन छात्राएं अपनी मांगों को लेकर अड़ी रही। छात्राओं का धरना रात में भरी ठंड में जारी रहा,छात्राएं धरने से नहीं उठी।
जेडीबी आर्ट्स की छात्र संघ अध्यक्ष शिवानी दुबे ने बताया कि जेडीबी आर्ट्स में संगीत विषय में पीजी की 60 सीटें हैं। यहां से अब तक 2 हजार से अधिक छात्राएं पीजी कर चुकी है। लेकिन उन्हें सरकारी नौकरी में अपात्र करार दिया जा रहा है। संगीत विषय में गायन, वाद्य व नृत्य अलग अलग विषय है। कॉलेज से पीजी करने वाली छात्राओं को डिग्री में केवल म्यूजिक ( संगीत) लिखा होता है। डिग्री में गायन, वाद्य, नृत्य नहीं लिखा होता। इस कारण उन्हें अपात्र घोषित कर दिया जाता है।
कॉलेज में संगीत विषय में पीजी करने वाली छात्राओं को उच्च शिक्षा के बावजूद फायदा नहीं मिल पा रहा। ये छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उनको दी जा रही डिग्री में केवल इंडियन म्यूजिक लिखा है। डिग्री में विषय का वर्गीकरण नहीं लिखा। मसलन गायन,वाद्य या नृत्य। यूनिवर्सिटी व आयुक्तालय के अधिकारी मौके पर आए थे। छात्राओं की समस्या का समाधान करने के बजाय उल्टा बहस करने लग गए। मांग पूरी नहीं होने तक धरना जारी रहेगा।