– विवेक कुमार मिश्र-

आदि देवाधिदेव भगवान महादेव की कृपा प्राणि मात्र पर बनी रहे । शिव सबके मंगल विधान के देवता हैं । सृष्टि मात्र में शुभ हो , मंगल हो और सुख समृद्धि हो इस मंगल कामना के साथ भोलेनाथ से सब प्रार्थना करते हैं। जो कुछ है जो रुच जाए जो फल फूल मिल जाए सबसे प्रसन्न हो जाते कुछ भी अतिरिक्त नहीं कुछ भी विशेष नहीं जो है और जैसे है उसी साधन से भगवान को पूजते हैं । प्रकृति के साथ प्रकृति के करीब शिव लेकर चलते हैं । शिव की पूजा के लिए सारे उपादान प्रकृति के ही हैं।
जल और अक्षत चढ़ाने मात्र से देवाधिदेव महादेव प्रसन्न हो जाते हैं । आपको पूजा विधि विधान आता है, नहीं आता है, इस बात से भोलेनाथ को कुछ भी लेना देना नहीं है बस आपका समर्पण काफी है। श्रद्धा के साथ अपने को पूरी तरह ईश्वर के श्री चरणों में समर्पित कर देने से भगवान प्रसन्न हो जाते और भक्त की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं ।
– विवेक कुमार मिश्र
सह आचार्य हिंदी
राजकीय कला महाविद्यालय कोटा
एफ -9 समृद्धि नगर स्पेशल बारां रोड कोटा -324002