
-देवेंद्र यादव-

राजस्थान में कांग्रेस अपनी सत्ता को बरकरार रख, इतिहास रचने के प्रयास में है। कांग्रेस के प्रमुख चुनावी रणनीतिकारों की नजर इन दिनों राजस्थान पर अधिक है।
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, और राजस्थान में चलन है कि एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार बनती आई है मगर इस बार कांग्रेस लगातार दूसरी बार जीतकर उस चलन को तोड़ना चाहती है।
प्रदेश में अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 59 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। इन 59 आरक्षित सीटों में से करीब 27 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जिन्हें कांग्रेस ने लंबे समय से नहीं जीता है। दशकों से इन सीटों पर भाजपा का कब्जा है, इसके अलावा सामान्य वर्ग की अनेक ऐसी सीटें हैं जहां जीत हार का निर्णय अनुसूचित जाति जनजाति अल्पसंख्यक वर्ग और ओबीसी करते हैं। कांग्रेस की नजर आरक्षित सीटों के अलावा उन सीटों पर भी है जिन सीटों पर जीत और हर का निर्णय एससी एसटी ओबीसी और माइनॉरिटी के मतदाता करते हैं।
कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकारों में शुमार कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता के राजू के नेतृत्व में कांग्रेस लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन के रूप में इन सीटों को कांग्रेस की झोली में कैसे डालें इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। के राजू के सबसे भरोसेमंद नेता डॉक्टर शंकर यादव जो राजस्थान अनुसूचित जाति वित्त विकास आयोग के अध्यक्ष है को मिशन 59 को सफल बनाने का दायित्व दे रखा है। डॉक्टर शंकर यादव के नेतृत्व में लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन ने राजस्थान के कोटा और भरतपुर संभाग में एक दिवसीय कार्यशालाओं का भी सफल आयोजन किया। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्रों में भी लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन की कार्यशाला ओं का काम निरंतर जारी है। अब 1 सितंबर से 25 सितंबर तक अजमेर जोधपुर और बीकानेर संभाग में लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जाएंगी।
बड़ी बात यह है कि राजस्थान में कांग्रेस के द्वारा अनेक आयोजन किया जा रहे हैं मगर जनता के बीच कांग्रेस के लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन का प्रभाव अधिक दिखाई दे रहा है। इस मिशन के तहत जनता को खास कर दलित, आदिवासी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को बताया जाता है कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने इन वर्ग के लोगों के विकास के लिए कितनी महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई हैं जिसका लाभ इन वर्गों के लोगों को मिल रहा है। सही मायने में अशोक गहलोत की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचने का काम डॉक्टर शंकर यादव के नेतृत्व में और के राजू के मार्गदर्शन में राजस्थान के भीतर कांग्रेस का लीडरशिप डेवलपमेंट कर रहा है।
लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन को लेकर दलित आदिवासी ओबीसी और माइनॉरिटी के लोगों में उत्साह भी देखा जा रहा है इन वर्गों के लोगों को लग रहा है कि कांग्रेस के भीतर नई लीडरशिप डेवलप होगी और इस वर्ग के उपेक्षित पड़े लोगों को राजनीति में आने का बड़ा अवसर मिलेगा।
लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन की कोटा संभाग कार्यशाला की धूम कांग्रेस के गलियारों में अधिक सुनाई दी थी अब बारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह संभाग जोधपुर की है। 10 सितंबर को लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन की कार्यशाला जोधपुर में होगी इस पर सबकी नजर है क्योंकि जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह संभाग है। लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर डॉ शंकर यादव अजमेर जोधपुर और बीकानेर संभाग की कार्यशाला को सफल बनाने के लिए जुट गए हैं। वैसे लीडरशिप डेवलपमेंट की अभी तक राजस्थान में जितनी भी कार्यशाला में लगी हैं वह कार्यशाला सफल ही रही हैं जिसका लाभ कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव में मिलता हुआ भी नजर आ रहा है। क्योंकि दलित आदिवासी ओबीसी और माइनॉरिटी के कार्यकर्ताओं में मिशन को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है।
देवेंद्र यादव, कोटा राजस्थान