कोटा। बााल कल्याण समिति के प्रयासों से झारखंड से एक नाबालिग को कोटा लाकर बेचने के प्रयास को विफल कर दिया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेंन्द्र राठौड के अनुसार नाबालिग बालिका को शादी के नाम पर बहला फुसलाकर एक युवक कोटा ले आया। बच्ची के साथ उसकी मां भी थी। प्रेम नगर इलाके से एक व्यक्ति ने जानकारी दी थी कि एक 17 साल की लड़की और उसकी मां को एक कमरे में बंद किया हुआ है।
कोटा प्रेम नगर क्षेत्र से दूरभाष पर सूचना दाता ने बताया कि झारखंड से एक किशोरी उम्र 17 वर्ष को लाया गया है तथा इसे विवाह के माध्यम से उसकी इच्छा के विरुद्ध पांच लाख में बेचा जा रहा है। उक्त जानकारी प्राप्त होने पर बचपन बचाओ आंदोलन की सहायक परियोजना अधिकारी रेखा कुमारी, मोहम्मद दिलशाद, चाइल्ड लाइन शहर समन्वयक नवनीत शाक्यवाल को नोडल निर्देशक यज्ञ दत्त हाडा ने कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया। टीम द्वारा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेंद्र राठौड़ सदस्य बाबूलाल मेहरा को उक्त सूचना के बारे में अवगत कराते हुए साइबर क्राइम प्रताप सिंह व टीम द्वारा थाना उद्योग नगर के माध्यम से बताए गए आवास पर रेड की कार्रवाई एसपी सिटी शरद चौधरी के निर्देश पर की गई। मौके पर किशोरी के साथ किशोरी की मां को भी 8 दिन से बिना खाना दिए बंधक बनाकर कथित तस्कर द्वारा रखा गया। उसे भी पुलिस ने अपनी कस्टडी में लिया एवं कार्रवाई करते हुए तस्कर के खिलाफ धारा 363ए 366ए 368ए आईपीसी 370 और 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। उसके पश्चात बाल कल्याण समिति सदस्य बाबूलाल मेहरा के समक्ष बालिका को प्रस्तुत कर उनके आदेश अनुसार बालिका को राजकीय बालिका ग्रहण नंता में अस्थाई आश्रय दिया गया।
बालिका और उसकी मां से जब जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। बालिका की शादी का झांसा देकर राजेन्द्र नामक युवक उन्हें 8 दिन पहले कोटा लाया था। कोटा लाकर पहले अलग-अलग होटलों में रखा। इस दौरान वहां कई लड़कों को बुलाकर बालिका को दिखाया जाता। इसके बाद प्रेम नगर में एक मकान में कमरे में बंद कर रखा हुआ था।