-केंद्रीय नेतृत्व ने टुकड़ों-टुकड़ों में बंटी प्रदेश भाजपा के लगभग सभी नेताओं को परिवर्तन संकल्प यात्रा के बहाने शनिवार को सवाई माधोपुर के रामलीला मैदान में एक मंच पर लाकर एकता का संदेश देने की कोशिश की लेकिन यह एकता केवल मंचीय ही है या वास्तव में पार्टी के सभी नेता एकजुट है, यह कह पाना अभी मुश्किल है ।
-कृष्ण बलदेव हाडा-

राजस्थान के सवाई माधोपुर में परिवर्तन संकल्प यात्रा की शुरुआत के मौके पर प्रदेश भाजपा के लगभग सभी बड़े नेताओं को एक मंच पर लाकर भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश में पार्टी की एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की। हालांकि परिवर्तन संकल्प यात्रा से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे अपनी देवदर्शन यात्रा पर निकली थी व एक ही दिन में प्रदेश के तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों का दौरा करने के बाद आज परिवर्तन संकल्प यात्रा की शुरुआत के मौके पर सवाई माधोपुर में मौजूद थी।
हालांकि यह माना जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से श्रीमती वसुंधरा राजे को भरपूर तवज्जो देने की कोशिश की जा रही है लेकिन जानकारों का यह भी कहना है कि श्रीमती राजे संतुष्ट नहीं है क्योंकि इस परिवर्तन संकल्प यात्रा में भी उन्हें अपेक्षित तवज्जो नहीं मिल पाई है।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती वसुंधरा राजे पूर्व में भी राजस्थान में परिवर्तन यात्रा निकाल चुकी हैं। उस समय प्रदेश में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी और तब श्रीमती वसुंधरा राजे की परिवर्तन यात्रा को भरपूर एवं व्यापक जनसमर्थन मिला था जिसके चलते प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की स्थापना हुई थी और श्रीमती वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री बनाया गया था लेकिन इस बार बदले हुए नाम के साथ परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाली जा रही है, लेकिन उसका पूरा नेतृत्व श्रीमती वसुंधरा राजे के हाथों में नहीं है बल्कि राज्य में अलग-अलग जगहों से यह परिवर्तन यात्रा निकाली जानी है और उनके प्रभारी भी अलग-अलग होंगे। हालांकि उन लोगों में लगभग सभी प्रदेश भाजपा के दूसरे दर्जे के नेता हैं।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा की उपस्थिति में शनिवार को जब रणथम्भोर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में पूजा अर्चना के बाद परिवर्तन संकल्प यात्रा का आगाज किया तो उसके पहले दशहरा मैदान में एक जनसभा भी आयोजित की जिसमें मंच पर जय प्रकाश नड्डा सहित पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे,केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उप नेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया सहित कुछ वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे जिन्होंने एक ही मंच से परिवर्तन संकल्प यात्रा के स्टीकर का विमोचन किया।
बाद में दशहरा मैदान से परिवर्तन संकल्प यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी चार बड़ी परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाल रही है, जिसमें 70 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किया करना तय किया गया है। सवाई माधोपुर से निकली यह परिवर्तन यात्रा जयपुर,भरतपुर क्षेत्र के मालपुरा, टोंक, निवाई, खंडार, बयाना, नदबई, लालसोट, चाकसू, बस्सी, जमवारामगढ़, विराट नगर, शाहपुरा, आमेर सहित लगभग चार दर्जन विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और इस यात्रा को पूरी होने में 18 दिन लगेंगे। दूसरी यात्रा 3 सितंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हरी झंडी दिखाकर डूंगरपुर जिले के बैणेश्वर धाम से रवाना करेंगे जो 19 दिनों तक चलेगी और 50 से भी अधिक विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी जबकि तीसरी यात्रा जैसलमेर जिले की रामदेवरा से 4 सितंबर को शुरू होगी जिसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे और यह 18 दिनों तक जैसलमेर, जोधपुर, पोकरण, मेड़ता, डेगाना, शेरगढ़, बिलाड़ा, अजमेर, पुष्कर,नागौर सहित करीब 50 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी। भाजपा की चौथी यात्रा 5 सितंबर को हनुमानगढ़ जिले के गोगामेडी से शुरू होगी जिसे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रवाना करेंगे। 18 दिनों तक चलने वाली है। यात्रा 15 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और इस दौरान यह यात्रा बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर और अलवर जिले के विभिन्न में छात्रों विवाह विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी और वहां राज्य की अशोक गहलोत सरकार की नाकामियों का विस्तार से बयान करने के साथ केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों का बखान किया जाएगा।