
-देवेंद्र यादव-

दिल्ली मुंबई भारतमाला परियोजना, भविष्य में हाडोती की जीवन रेखा बनेगी, और क्या कोटा वापस से औद्योगिक नगरी कहलाएगा ? कोटा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार सांसद और लगातार दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष बने ओम बिरला, के सामने सबसे बड़ी चुनौती, हाडोती संभाग में नए रोजगार सृजन करने की है ।
औद्योगिक नगरी से शिक्षा नगरी बनी कोटा पर रोजगार का संकट मंडराने लगा है। औद्योगिक नगरी कोटा की जनता को कोचिंग संस्थाओं ने डूबने से बचाया था, मगर अब कोचिंग संस्थानों मैं पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की मंदी का साया मंडराता नजर आ रहा है, ऐसे में क्या कोटा संभाग में फिर एक बार उद्योगों का दौर शुरू होगा जो कोटा संभाग को संभावित बेरोजगारी से उभरेगा क्या भारतमाला परियोजना हाडोती संभाग की जनता के लिए जीवन रेखा बनेगी ?ओम बिरला तीन दिवसीय प्रवास पर कोटा में थे, उनके जाने के तुरंत बाद, खबर आई की भारतमाला परियोजना के पास इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनेंगे।
यह खबर और और ओम बिरला की प्लानिंग हाडोती संभाग की जनता के लिए सुखद और बड़ी बात है ! कोटा संभाग का रामगंज मंडी और भवानी मंडी क्षेत्र उद्योग की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है, म गर संभाग और प्रदेश के राजनेताओं ने रामगंज मंडी और भवानी मंडी को उद्योग लगाने की दृष्टि से अधिक महत्व नहीं दिया जबकि, श्रीमती वसुंधरा राजे दो बार राज्य की मुख्यमंत्री रही है और झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से वह और अब उनका पुत्र दुष्यंत सिंह लगातार सांसद बनता आ रहा है ? कोटा स्टोन के अलावा इस क्षेत्र में ऑरेंज और धनिया की बड़ी खेती होती।
रामगंज मंडी में केंद्र सरकार ने मसाला पार्क भी बनाया, विश्व स्तरीय मसाला पार्क का जितना विकास और प्रचार होना चाहिए था, वह नजर नहीं आया ।
भवानी मंडी क्षेत्र में संतरे की खेती को अधिक बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र में प्रोसेसिंग यूनिटों का निर्माण नहीं हुआ ?
यही हाल रामगंज मंडी मसाला खेती को लेकर है, केंद्र सरकार ने मसाला पार्क को बना दिया मगर रामगंज मंडी में मसाले की प्रोसेसिंग करने वाली यूनिटों का निर्माण और विकास नहीं हुआ ?
ओम बिरला की महत्वाकांक्षी परियोजना के लागू होने के बाद संभावना नजर आ रही है कि अब हाडोती संभाग भी भिवाड़ी की तरह एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित होता हुआ दिखाई देगा ?
औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की दृष्टि से कोटा संभाग में सभी जरूरी संसाधन मौजूद हैं पानी बिजली जमीन और कनेक्टिविटी कोटा संभाग में पर्याप्त मात्रा में मौजूद यदि कमी है तो नेताओं की इच्छा शक्ति की, मगर लगता है ओम बिरला की इच्छा शक्ति प्रबल है और यही वजह है कि हाडोती संभाग को एक बार फिर से देश का प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बनाने पर काम शुरू होता सुनाई दे रहा है ?
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)