
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा में आज, 2 सितम्बर को “उद्यानिकी में सूक्ष्म सिंचाई का महत्व” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने संगोष्ठी में किसानों से उद्यानिकी क्षेत्र में सिंचाई जल के इष्टतम उपयोग सूनिश्चित करते हुए अधिक से अधिक सूक्ष्म सिंचाई अपनाने का आव्हान किया। संयुक्त निदेशक उद्यान पीके गुप्ता ने सभी डीलर्स व कृषकों को प्रचार-प्रसार कर अधिकतम अनुदान पत्रावलियां ऑनलाईन करवाने के लिए निर्देशित किया। उप निदेशक (उद्यान) आनन्दी लाल मीणा ने सूक्ष्म सिंचाई संयंत्रो पर दिये जाने वाले अनुदान की ऑनलाईन प्रक्रिया एवं संयंत्रों पर दी जाने वाली अनुदान राशि विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। कमल किशोर पहाड़िया, कृषि अधिकारी (उद्यान) ने पीपीटी के माध्यम से ड्रिप, मिनि एवं स्प्रिकंलर संयंत्रों की संरचना के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। संगोष्ठी में उप निदेशक कृषि विस्तार खेमराज शर्मा, नाबार्ड के डीजीएम रामप्रसाद शर्मा, एक्सईएन जिला परिषद अशोक कुमार मीणा सहित 60 सूक्ष्म सिंचाई निर्माता कम्पनियों के प्रतिनिधि, डीलर्स एवं प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन राजवीर सिंह, कृषि अधिकारी उद्यान ने किया।