
-ए एच जैदी-

(नेचर एवं टूरिज्म प्रमोटर)
कोटा। आर्ट गैलरी में 25 मार्च से आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी लोगों का आकर्षण का केन्द्र रही। प्रदर्शनी में नन्हें बच्चों की तूलिका से बने चित्र सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र रहे। हालांकि प्रदर्शनी में सभी वस्तुएं दर्शकों को आकर्षित कर रही थीं लेकिन स्कूली बच्चों के बनाए चित्रों का अलग ही आकर्षण था। यहां तक कि 12-13 के बचचों से लेकर 80 साल की बुजुर्ग दादी के बनाए चित्र इस प्रदर्शनी में थे। लघु चित्रों में सबसे कम उम्र के दिलदार कुरेशी ने अपनी तूलिका से बनाये चित्रों की बारीकियों को मेग्नीफाइन वलास से कला प्रेमियों को दिखाया। यू तो मिनियेचर में दो तीन कलाकार और भी थे। कोटा शेली सीख रही ओजस्वी माहेश्वरी ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
पेंसिल स्केच, पोट्रेट, ऑइल कलर के लैंड स्केप, आर्टिफिशल फ्लावर, गोल्डन ज्वैलरी, बेंगल केस, उन पर बने चित्र, गोल कटे पॉट कवर पर बनी पेंटिंग, बोनसाई पौधे आकर्षण का केंद्र रहे।
दर्शकों के लिए खाने के आइटम में चिवड़ा कुकीज केक आदि भी थे। बहुत दिनों बाद ऐसी मिक्स प्रदर्शनी देखने को मिली। इसके लिए आयोजन बधाई के पात्र हैं। इस प्रदर्शनी का कोटा के पूर्व राजघराने के जयदेव सिंह ने उद्घाटन किया और प्रदर्शनी का अवलोकन करने के दौरान कलाकारों के कार्यों की प्रशंसा की। दूसरी दिन राजधराने की राजमाता, विधायक भरत सिंह भी कलाकृतियों को देखने और कलाकारों का उत्साहवद्र्धन करने पहंुचे।
लोगों ने अपनी पसंद की कलाकृतियों की खरीद भी की। इसको बहुत व्यवस्थित तरीके से सजाया गया था। बड़ा हाल दर्शकों से भरा था। ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए।