
विश्व हिन्दू परिषद् व गायत्री परिवार बोरखेड़ा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजन
कोटा। विहिप के प्रचार प्रमुख रामबाबू मालव ने बताया की विश्व हिंदू परिषद के प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख युधिष्ठिर सिंह हाडा नेअपने वक्तव्य में कहा की सामाजिक समरसता किसी भी राष्ट्र एवं समाज की उन्नति के लिए एकता परमवाश्यक है राष्ट्र एवं समाज की एकता सामाजिक समरसता के बिना संभव नहीं है भारत जैसे विविधता वाले देश में सामाजिक समरसता बनाए रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है हिंदू समाज में जातिगत मतभेद को नष्ट करना पड़ेगा। हिंदू समाज को अस्पृश्यता मुक्त समरसता युक्त समाज का निर्माण करना है इसलिए हिन्दू समाज में सामाजिक समरसता लाने के लिए समरसता यज्ञ’* किया जा रहा है देश को समरसता युक्त बनाकर हिंदू राष्ट्र का निर्माण करने में सभी समाजों का योगदान प्रदान आवश्यक है।
इसी के निमित आज विक्रम सवंत 2079, माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को गायत्री साधना पीठ आश्रम, बोरखेड़ा में 108 कुण्डीय यज्ञ का कार्यक्रम किया गया जिसमे 500 परिवारों के 2500 लोगो ने 1,51,000 हजार गायत्री मंत्रो,वैदिक मंत्रों के आहुतियां दी गई। जिसमे देश में सामाजिक समरसता का माहोल हो जिससे राष्ट्र उन्नति की हो सके। गंगा, गीता, गायत्री, गुरु व गऊ के संरक्षण हेतु धर्म प्रसार की आवश्यकता हैं। सभी समाज को संगत व पंगत के कार्यक्रम करने की जरूरत है।साथ ही समरसता महायज्ञ में उपस्थित सभी लोगो ने हिंदू नववर्ष चैत्र शुक्ल वर्षप्रतिपदा को धूम धाम से मनाने का संकल्प लिया।
इस दौरान विहिप के प्रांत सदस्य रामचरण लोधा,सह संयोजक योगेश रेनवाल महानगर अध्यक्ष श्रीनाथ मित्तल, उपाध्यक्ष सुरेश मीणा,मंत्री मोहन मालव,बजरंगदल संयोजक मुकेश शर्मा,राजू सुमन,अनिल झाझोट, योगेश बत्रा, युवराज सुमन,बृजेश चक्रधारी, ओम बैरवा,प्रियंका जादौन सहित सैकड़ों कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।