
-विष्णुदेव मंडल-

(बिहार मूल के चेन्नई निवासी स्वतंत्र पत्रकार)
चेन्नई। सूर्य उपासना और आस्था का पर्व छठ पूजा का तीसरा दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ व्रतियों ने पर्व को आगे बढ़ाया। बता दें कि रविवार को लगभग 4 बजे शाम से ही छठ व्रती और उनके परिजनों ने चेन्नई के अलग-अलग इलाकों में बनाए गए छठ घाट पर अपने निजी वाहनों से पहुंचाना प्रारंभ किया। सर्वाधिक भीड़ उत्तर चेन्नई के सुरापेट स्थित एक्वाग्रीन स्विमिंग पूल परइ नजर आई जहाँ पर छठव्रतियों और उनके परिजनों भारी संख्या में छठ मनाने के लिए आए।
महानगर के अलग-अलग इलाकों से छठ व्रती अपने निजी वाहनों या फिर एमटीसी बसों से पूजा स्थल पर एकत्रित हुए। लगभग 4.30 के बाद छठीव्रतियों ने सूर्य के डूबते रूप को अर्घ्य दिया। इस बीच आकाश में घने काले बादल और सूर्य के उगते डूबते रूप से छठ व्रतियों और उनके परिजनों को इस बात का डर सता रहा था कि कहीं बारिश पूजा में विघ्न न डाल दे, लेकिन भगवान भास्कर ने छठ व्रतियों पर अपना कृपा बरसाई और बेहतर तरीके से पूजा संपन्न हुई।
महानगर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मरीना बीच में भी भारी संख्या में छठव्रतियों बिहार मूल के लोग छठ पूजा के लिए एकत्रित हुए। समुद्र की उफनते पानी के बीच छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया।
उत्तर चेन्नई के एनूर स्थित स्विमिंग पूल पर भी छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर के डूबते रूप को अर्घ्य प्रदान किया। जहां बडी संख्या में उत्तर प्रदेश बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड के लोग उपस्थित हुए और पूजा अर्चना की।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल कोरौना महामारी के कारण चेन्नई में छठ पर्व मुकम्मल तरीके से नहीं मनाया गया था। अधिकांश लोग अपने घरों की छत पर पूजा की थी।
लेकिन इस बार प्रवासी बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश,झारखंड आदि राज्यों के लोग महानगर के अलग-अलग हिस्से में मुकम्मल तरीके से छठ व्रत मना रहे हैं।