
कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जारी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2022 के परिणामों में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स ने एक बार फिर ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की क्लासरूम कोचिंग स्टूडेंट छात्रा तनिष्का ने आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। तनिष्का ने 720 में से 715 अंक प्राप्त किए हैं। तनिष्का ने दो साल कोटा में रहकर एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से नीट-यूजी की तैयारी की। इसके साथ ही आल इंडिया रैंक-2 वत्स आशीष बत्रा ने हासिल की है। वहीं रैंक-3 पर ऋषिकेश नागभूषण गांगूली रहे हैं। इन दोनों स्टूडेंट्स ने भी 715 अंक प्राप्त किए हैं। दोनों एलन से दूरस्थ शिक्षा से जुडे हुए हैं। टॉप-100 में एलन के 33 से अधिक शामिल हैं।
एलन के बेहतर रिजल्ट्स के साथ इन्द्रविहार स्थित एलन समर्थ कैम्पस के सद्भाव परिसर में सेलीब्रेशन मनाया गया। इस अवसर पर निदेशक डॉ.गोविन्द माहेश्वरी, राजेश माहेश्वरी, नवीन माहेश्वरी व डॉ.बृजेश माहेश्वरी मौजूद रहे। सभी निदेशकों ने तनिष्का व उसके अभिभावकों का स्वागत व अभिनन्दन किया। इस अवसर पर अन्य रैंकर्स छात्र भी मौजूद रहे, जिसमें ऑल इंडिया रैंक 27 पर आए रिशित अग्रवाल, रैंक-68 पर अंकित कुमार, रैंक 69 पर राघव गुप्ता, रैंक-87 पर अनुध मिश्रा, रैंक-90 पर अभिनव अग्रवाल और रैंक-100 पर आने वाली अनन्या मिश्रा मौजूद रहे। इन सभी विद्यार्थियों का भी एलन के निदेशकों द्वारा माला पहनाकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर ढोल की थाप पर स्टूडेंट्स जमकर थिरके। तनिष्का ने यहां मौजूद स्टूडेंट्स के साथ अपने अनुभव शेयर किए। एलन के कई कैम्पस में भी सेलीब्रेशन मनाए गए।
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जब तक कॉन्सेप्ट क्लीयर नहीं, तब तक पूछती हूं, हिचकिचाती नहीं : तनिष्का
नीट एआईआर : 1
जेईई-मेंस – 99.50 पर्सेन्टाइल
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिता : कृष्ण कुमार (गर्वनमेन्ट टीचर)
मां : सरिता कुमारी (लेक्चरर, गर्वनमेन्ट स्कूल)
जन्मतिथि : 14 सितंबर 2005
तनिष्का ने नीट-यूजी में प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक 1 (715 उंतो) हासिल की है। तनिष्का ने बताया कि मैं पिछले दो साल से एलन की क्लासरूम स्टूडेंट हूं। मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं क्योंकि यह ऐसा फील्ड है, जिसमें आप दूसरों की मदद कर खुद को सेटिस्फाई कर सकते हो। कोटा का माहौल और एलन का नाम काफी सुना था। इसलिए नीट की तैयारी के लिए कोटा आने का निर्णय लिया। यह मेरे लिए सही साबित हुआ। एलन में सपने साकार करने के लिए हर संसाधन है। बेस्ट व एक्सपीरियंस्ड फैकल्टीज के साथ डाउट काउंटर्स, वीकली व मंथली टेस्ट, मॉक टेस्ट, अनुशासित माहौल, ये सब मिलकर एलन को बेस्ट बनाते हैं। नीट की तैयारी के दौरान कंसेप्ट्स को गहराई से समझने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रश्न पूछती थी, हिचकिचाती नहीं थी। कभी टेस्ट में मार्क्स कम आते थे तो पेरेन्ट्स मोटिवेट करते थे। उन्होनें कभी मार्क्स के लिए दबाव नहीं डाला और पॉजिटिविटी के साथ तैयारी करते रहने के लिए मोटिवेट किया। रोजाना 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी करती थी। नीट स्टूडेंट्स अंतिम समय में नहीं, बल्कि पहले दिन से ही लक्ष्य की तैयारी करें। क्लासरूम में जैसे-जैसे कोर्स आगे बढ़ता है तो आपको पिछला पढ़ा हुआ भी बार-बार रिवीजन करना होगा। टॉपिकवाइज छोटे-छोटे नोट्स बना सकते हैं। तनिष्का ने इसी वर्ष 12वीं कक्षा 98.6 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। जबकि 10वीं कक्षा में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके अलावा जेईई मेन्स में 99.50 परसेन्टाइल स्कोर कर चुकी है। दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करने की इच्छुक तनिष्का कार्डियो, न्यूरो या ओन्कोलॉजी में स्पेशलाइजेशन करना चाहती है। परिवार मूलतः हरियाणा के नारनौल निवासी है।
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सफलता के लिए अपनाया ‘सीआरएम’ का फार्मूला : रिषित अग्रवाल
नीट एआईआर : 27
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिताः डॉ. अतुल अग्रवाल (पीडियाट्रीशियन)
मांः डॉ. स्वाति अग्रवाल (गाइनोलॉजिस्ट)
जन्मतिथिः 7 अप्रैल 2004
मोबाइल नंबरः 98370-07317
रिषित अग्रवाल ने ऑल इंडिया रैंक 27 हासिल की है। रिषित ने बताया कि मम्मी-पापा दोनों डॉक्टर हैं। एक डॉक्टर से लोगों को काफी उम्मीदें होती हैं। इसी वजह से मैंने डॉक्टर बनने का निर्णय लिया और कोटा आकर एलन से तैयारी की। दो साल से एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट का क्लासरूम स्टूडेंट हूं। मैंने नीट की तैयारी के लिए एनसीईआरटी सिलेबस पर फोकस किया। इसके अलावा कन्सन्ट्रेट, रिवीजन, मॉक टेस्ट (सीआरएम) के फॉर्मूले को अपनाया और यही मेरी ‘की-ऑफ सक्सेस’ है। डाउट डेली क्लीयर करने के साथ रोजाना 4-5 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। एलन का सिस्टम काफी अच्छा है। फैकल्टीज अनुभवी होने के साथ सपोर्टिव है। क्लासरूम के अलावा सेल्फ स्टडी के दौरान कोई प्रश्न आपको उलझा रहा है तो आप कभी भी फैकल्टीज से मिल सकते हैं या फोन पर संपर्क कर सकते हैं। इंस्टीट्यूट का माहौल अनुशासित रहता है, जोकि आपको पढ़ने के लिए मोटिवेट करता है। मैंने कभी भी रैंक लाने के लिए पढ़ाई नहीं की, जो भी टॉपिक पढ़ता था उसके बारे में विस्तार से जानने की कोशिश रहती थी। बस इसी वजह से कंसेप्ट्स क्लीयर होने के साथ नींव मजबूत होती चली गई। मैंने इसी वर्ष नीट क्रेक करने के साथ 12वीं कक्षा में 96.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं, जबकि 10वीं कक्षा में 99.6 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तार्ण की थी। एनटीएसई क्वालिफाई होने के साथ केवीपीवाय एसएक्स स्ट्रीम में एआईआर 60 एवं एसए स्ट्रीम में एआईआर 199 हासिल की थी। फिलहाल दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करुंगा। परिवार मूलतः देवभूमि उत्तराखंड के रुद्रपुर का निवासी है।
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खुद पर विश्वास और कठिन मेहनत से ही अच्छा रिजल्ट आता हैः नितांत जोशी
नीट एआईआरः 32
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिताः भाविक जोशी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियर)
मांः सीमा जोशी
जन्मतिथिः 9 अप्रैल 2004
नितांत जोशी ने नीट में ऑल इंडिया रैंक 32 हासिल की है। नितांत ने बताया कि नीट के एग्जाम का लेवल काफी अलग है और लाखों विद्यार्थियों के बीच एमबीबीएस की सीट हासिल करने के लिए खुद पर विश्वास और कठिन मेहनत जरुरी है। एलन से नीट की तैयारी करना मेरे लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। मेरी कड़ी मेहनत और एलन फैकल्टीज की गाइडेंस के बिना नीट क्रेक करना असंभव था, क्योंकि एलन में आने के बाद ही नींव मजबूत हुई और कंसेप्ट्स क्लीयर हुए। इसके अलावा इंस्टीट्यूट के पॉजिटिव एनवायरमेंट का भी आपकी तैयारी पर असर होता है। मैं क्लासरूम के अलावा प्रतिदिन 4 से 5 घंटे सेल्फ स्टडी करता था। नीट की तैयारी के दौरान मैंने एमसीक्यू क्वेश्चंस सॉल्व करने की क्षमता बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट पेपर्स दिए। इससे मुझे टाइम मैनेजमेंट करने में भी काफी हेल्प मिली। मैं दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करना चाहता हूं। नितांत केवीपीपाय एसएक्स स्ट्रीम में ऑल इंडिया 363वीं रैंक हासिल कर चुका है। गुजसेट में 120 में से 110 अंक हासिल कर 99.76 परसेन्टाइल हासिल की। इसके अलावा 12वीं कक्षा 99.2 प्रतिशत एवं 10वीं कक्षा 99 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण कर चुका है। परिवार मूलतः गुजरात के सूरत का निवासी है।
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डॉक्टर बनने का जुनून हैः राघव गुप्ता
नीट एआईआर : 69
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिता : प्रमेन्द्र कुमार गुप्ता (लेक्चरर, पॉलिटेक्निक कॉलेज)
मां : सुनीका गुप्ता (टीचर)
जन्मतिथि : 29 मार्च 2005
कोटा के कुन्हाड़ी निवासी राघव गुप्ता ने ऑल इंडिया रैंक 69 हासिल की है। राघव ने बताया कि घर में शुरु से पढ़ाई का माहौल रहा है। माता-पिता दोनों एजुकेशन सेक्टर में है और बड़ी बहिन भी कोटा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही है। मुझे डॉक्टर बनने का जुनून है। इसलिए मैंने 8वीं कक्षा से ही एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले लिया था। मेरे कंसेप्ट्स शुरुआत से ही क्लीयर होते चले गए और नींव भी मजबूत हो गई, जिसका फायदा मुझे नीट में मिला। मैंने एलन की फैकल्टीज की गाइडलाइंस को फॉलो किया। डेली होमवर्क के अलावा रिवीजन करना नहीं भूलता था। मैं जितनी भी देर पढ़ता था, टारगेट तय कर पढ़ता था और डेली होमवर्क करता था। क्लासरूम के अलावा 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी करता था। सेल्फ स्टडी बहुत जरुरी है, क्योंकि डाउट्स भी तभी सामने आते हैं। नेशनल लेवल का पेपर कैसा होता है, ये जानने के लिए जेईई मेन्स का एग्जाम भी दिया था। इसी वर्ष 12वीं कक्षा 95.41 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी। जबकि 10वीं कक्षा में 89.8 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। फिलहाल दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करने की इच्छा है। स्पेशलाइजेशन के बारे में फिलहाल कुछ सोचा नहीं है।
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जो करो दिल से करो, लगन से करो : अनुध मिश्रा
नीट एआईआर : 87
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिता : दीप्तिकांत मिश्रा (जनरल मैनेजर, टेलीकॉम सेक्टर)
मां : इतिश्री मिश्रा
जन्मतिथि : 29 अगस्त 2004
मोबाइल : 98919-14459
अनुध मिश्रा ने ऑल इंडिया रैंक 87 हासिल की। अनुध ने बताया कि मैं डॉक्टर बनने का सपना लेकर चार साल पहले कोटा आया और एलन में एडमिशन लिया। यहां सीखा कि पढ़ाई करो या किसी दूसरे फील्ड में जाओ लेकिन, जो करो दिल से और लगन से करो। मुझे डॉक्टर बनना था। इसलिए दृढ़ निश्चय, मजबूत आत्मविश्वास के साथ मेहनत करता रहा। क्लासरूम कोचिंग के साथ निरंतर सेल्फ स्टडी बहुत जरुरी है। अंतिम एक-दो महीने में पढ़ाई कर सफलता हासिल नहीं की जा सकती। एलन में फैकल्टीज की गाइडलाइंस को फॉलो किया। रिवीजन पर फोकस किया। ज्यादा किताबें और इंटरनेट की जगह मॉड्यूल्स पढ़ें। दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करूंगा। पीजी विदेश से करना चाहता हूं। अनुध को एटीएम मशीन में नोटों के स्टरलाइजिंग मशीन के इनोवेशन के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। स्टरलाइजिंग मशीन को अनुध ने पेटेंट भी कराया है। नई दिल्ली में फ्रेंच एम्बेसी में भारत और फ्रांस के संबंधों पर न्यूजपेपर बनाने पर प्रथम पुरस्कार मिला है। इसी वर्ष नीट क्रेक करने के साथ 12वीं कक्षा में 98.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। 10वीं कक्षा में 98.6 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी। डिफीकल्टी लेवल से रूबरू होने के लिए अनुध ने जेईई मेंस व एडवांस्ड की परीक्षा भी दी थी। अनुध अपने जुड़वां भाई अवनीत के साथ कोटा में रहता था। अवनीत ने भी एलन से जेईई की तैयारी की थी। उसका चयन बिट्स पिलानी में हो चुका है। परिवार मूलतः ओडिशा के भुवनेश्वर से है।
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निश्चित शेड्यूल के साथ पढ़ाई जरूरी है : अभिनव अग्रवाल
नीट एआईआरः 90
इंस्टीट्यूट : एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
पिताः गोपाल लाल गोयल (कम्पाउंडर)
मांः माया गोयल
जन्मतिथिः 1 अप्रैल 2005
मोबाइल नंबरः 9511581344
अभिनव गोयल ने ऑल इंडिया रैंक 90 हासिल की है। एक साल से क्लासरूम स्टूडेंट अभिनव ने बताया कि मेरे परिवार में अधिकतर सदस्य मेडिकल बैंकग्राउंउ से है। इसलिए मैंने भी डॉक्टर बनने का निर्णय लिया। नीट जैसी परीक्षा में सफलता के लिए निश्चित शेड्यूल के साथ पढ़ाई जरुरी है। सफलता का कोई खास मंत्र नहीं है। बस दृढ़ निश्चय कीजिए और जुट जाइए। मैंने प्रत्येक टॉपिक को कई-कई बार रिवीजन किया। इससे डाउट्स सामने आते थे। एलन में पॉजिटिव एनवायरमेंट के साथ बेस्ट व अनुभवी फैकल्टीज है। संस्थान में फैकल्टीज विद्यार्थी के सपने को खुद को सपना मानकर उनके साथ मेहनत करती है। अभिनव ने पिछले साल 12वीं कक्षा 100 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। इसके अलावा 10वीं कक्षा में 97.2 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। अभिनव दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करने के बाद सर्जरी में पीजी करना चाहता है। परिवार मूलतः राजस्थान के गंगापुर सिटी निवासी है।