
-कोटा को आदर्श शहर बनाने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरीः सिटी एसपी
– जिला कलक्टर और शहर पुलिस अधीक्षक ने किया हॉस्टल मालिकों से सार्थक संवाद
– ऑल स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी की ओर से हॉस्टल मालिकों का होली मिलन समारोह
कोटा. कॅरियर सिटी कोटा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सकारात्मक, सुरक्षित व अनुशासित माहौल देने के संबंध में मंगलवार जिला कलक्टर डॉ.रविन्द्र गोस्वामी एवं शहर पुलिस अधीक्षक डॉ.अमृता दुहन ने हॉस्टल मालिकों से संवाद किया। ऑल स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी की ओर से जवाहर नगर स्थित एलन सत्यार्थ कैम्पस में आयोजित होली मिलन समारोह में यह संवाद हुआ। समारोह में कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों, हॉस्टल मालिकों तथा हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अतिथि जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन एवं नोडल समन्वयक सुनीता डागा रहीं। कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी भी अतिथि रहे।
सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने कहा कि कोटा में माता-पिता अपने बच्चों को कॅरियर बनाने के लिए भेजते हैं। यहां कुछ भी दुर्घटना होती है तो कोटा उसके लिए जिम्मेदार होता है। हमें अभिभावकों के भरोसे को मजबूत करना होगा। हमें उस पर खरा उतरना होगा। स्टूडेंट्स की देखभाल घर के बच्चों की तरह करें। शहर में हॉस्टलों के अलावा हजारों की संख्या में पीजी हैं, वे भी गाइडलाइन का पालन करें और पीजी में रहने वाले विद्यार्थियों का भी वेरिफिकेशन किया जाए। व्यवसाय की मानसिकता से बाहर निकलकर बच्चों को अपनापन देना होगा। उनकी समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए तत्पर रहना होगा।
कोटा जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कोटा जो कर रहा है वो बहुत बेहतर है और आप लोगों की केयरिंग और अच्छी पढ़ाई के चलते ही इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स कोटा आ रहे हैं। अब इस केयरिंग के और अच्छे आयाम स्थापित करने की जरूरत हैं। हम किसी और पर जिम्मेदारी नहीं डाल सकते, हमें खुद ही जिम्मेदार बनना है। सामूहिक रूप से ऐसे प्रयास करें कि कोटा एक आदर्श शहर के रूप में जाना जाए। यह कॅरियर के साथ केयर सिटी भी हो।
नोडल समन्वयक सुनीता डागा ने कहा कि हॉस्टल्स में जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन की गंभीरता से पालना हो रही है और पिछले तीन-चार महीनों में इसके काफी पॉजिटिव रिजल्ट देखने को मिले हैं। इससे भी आगे जो हो सकता है वो करें।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि हमें हॉस्टल व पीजी में बच्चों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए समन्वय समिति स्थापित करनी चाहिए। इसके साथ ही हॉस्टल्स और पीजी को जिला प्रशासन की गाइड लाइन की पालना के लिए आगे आना चाहिए। हमारे प्रयासों में सार्थकता नजर आनी चाहिए।
एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कहा कि सभी के संयुक्त प्रयासों से ही हम नया मुकाम हासिल कर सकते हैं। हमें पहले से ज्यादा अच्छी केयरिंग देनी होगी, जो दुर्घटनाएं हो रही है, उनमें कमी कैसे आए यह सोचते हुए आगे बढ़ना होगा। बच्चों से बात करें, समय-समय पर उनके साथ बैठें, अपने स्टाफ को बोलकर रखें कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की गाइड लाइन की पालना सुनिश्चित हो।
अंत में एलन के निदेशक डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि कोटा के सामने समय-समय पर कई चुनौतियां आई है और कोटा ने हर बार सकारात्मक तरीके से इन चुनौतियों पर विजय पाई है। आप बच्चों में हैप्पीनेस लाने का प्रयास करें। कोचिंग और हॉस्टल मिलकर बच्चो ंको कॅरियर और केयर दोनों देंगे तो देश में एक नया उदाहरण कोटा द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। होली पर संकल्प लें कि बच्चों के जीवन में खुशियों के रंग लाने के लिए सभी मिलकर प्रयास करेंगे।