
-डॉ समय सिंह मीना-
परीक्षा का दिन था। सभी एम.ए. के छात्र-छात्राएं कालेज के मुख्य द्वार से अपने-अपने परीक्षा कक्ष की ओर जा रहे थे। अविनाश सर उसी समय महाविद्यालय के अन्य काम से उधर से निकले तो उनके विषय के परिचित
छात्र-छात्राएं उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेने लगे। आप सब पेपर को ठीक से समझकर ही उत्तर लिखना। अच्छे से करना। पिछले सेमेस्टर की तरह मत करना, अविनाश सर ने कहा। तभी एक छात्रा बोली- सर, तैयारी तो बहुत अच्छी है, पर यदि थोड़ा आपने पढ़ाया होता तो.. शायद.. और अच्छा कर पाते। यह सुनकर अविनाश सर बिल्कुल नि:शब्द हो गये और धीरे-धीरे कदमों से कुछ सोचते हुए आगे बढ़ गये।
डॉ समय सिंह मीना
सहायक आचार्य, संस्कृत
राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा
74, ब्लॉक-ए, पार्वतीपुरम विस्तार, कालातालाब, चन्द्रेसल रोड, कोटा। मो. नं 9468624700