-बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय आइडिया लैब की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
-22 इंजीनियरिंग कॉलेजो के 45 प्रतिभागियों, विद्यार्थिओं, शिक्षको और आंत्रप्रिन्योर ने लिया कार्यशाला में भाग
-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
बीकानेर. राजस्थान प्रदेश के इंजीनियरिंग छात्रों की रचनात्मक, उद्यमशीलता, कौशल को विकसित करने एवं उनकी कल्पना और आइडियाज को मूर्त रूप देने के लिए हाल ही बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय अतुल कोठारी, राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के मुख्य आतिथ्य में ‘आइडिया-लैब’ की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसके मुख्य वक्ता डॉ. संदीप अनासाने,सदस्य, आइडिया लैब राष्ट्रीय सलाहकार समिति थे। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहयोग से बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा आइडिया IDEA (आइडिया डेवलपमेंट इवैल्यूएशन एंड एप्लीकेश) लैब की स्थापना की गई हैं, जिसके परियोजना समन्वयक डॉ धर्मेद्र यादव है। यह प्रदेश का प्रथम तकनीकी विश्वविद्यालय है जो विद्यार्थी के आइडियाज को नवाचार के साथ जोड़ने जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किया गया एक अभिनव कार्यक्रम है। आइडिया-लैब एक ‘प्रौद्योगिकी इनक्यूबेटर’ के रूप में कार्य करता है जिसका उद्देश्य अच्छी तकनीकी योग्यता के साथ संभावित विचारों का समर्थन करना है। छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग के बुनियादी सिद्धांतों को समझाने और प्रयोग करके व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करने के उद्देश्य से आईडिया लैब की स्थापना की गई है।
कुलपति प्रो. अम्बरीष शरण विद्यार्थी ने कहा कि आईडिया लैब की स्थापना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को ऐसा कौशल प्रदान करना और उन्हें उस प्रौद्योगिकी तक की पहुँच प्रदान करना है जो उन्हें समाधान प्रस्तुत करने में वैज्ञानिक रूप से सक्षम और सजग बनाएगी। युवा अन्वेषकों को तैयार करने में मदद मिलेगी, जो आने वाले समय में युवा उद्यमियों के रूप में विकसित होंगे । तकनीकी संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के कौशल विकास में इस आइडिया लैब की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इस लैब का उपयोग छात्र-छात्राओं के साथ-साथ आम लोग भी कर सकेंगे। किसी भी विद्यार्थी के पास कोई तकनीकी आइडिया हो तो वे इस लैब में आकर अपने सपने को साकार कर सकते हैं और अपने आइडिया को पेटेंट करा सकते हैं। उनके द्वारा डिजाइन किए गए प्रोडक्ट यहां विकसित हो सकेंगे। आने वाले समय में यह स्व-रोजगार के क्षेत्र में बड़ा कदम होगा। आईडिया लैब से छात्रों के इनोवेशन एवं स्टार्टअप आईडिया को विकसित करने में सहायता मिलेगी। इससे छात्रों में इमेजिनेशन, क्रिएटिविटी, क्रिटिकल, थिंकिंग, डिजाईन थिंकिंग, प्रॉब्लम सोल्विंग एवं कोलैबोरेशन जैसे स्किल का विकास होगा। दुनिया भर के तकनीकी संस्थानों में तकनीकी रुप से दक्ष युवाओं की मांग बढ़ी है, देश के विश्वविद्यालय इस मांग की पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। इस ‘आइडिया-लैब’ के नवाचार के माध्यम से विश्वविद्यालय विधार्थियों को इस दृष्टि से प्रशिक्षित करने की दिशा में पुरजोर प्रयास करेगा और तकनीकी शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को आंत्रप्रिन्योर बनाने की दिशा में काम करेगा। इस लैब की स्थापना से छात्रों को रिसर्च एवं इनोवेशन के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध होंगी और सुविधाओं का उपयोग दूरस्थ अंचल के छात्र-छात्राएं भी कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें टेक्निकल स्पोर्ट भी मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए संस्थान इंडस्ट्री और एल्युमिनाई का सहारा लेगा। इसमें इंडस्ट्री का पार्टिसिपेशन रहने से हम उनकी भी प्रॉब्लम पर भी काम कर सकेंगे और उनका हल ढूंढने का प्रयास करेंगे।
मुख्य अतिथि अतुल कोठारी ने कहा कि भारतीय ज्ञान परम्परा सदैव उन्नत रही है जिसको विश्वविद्यालय के माध्यम से तकनीकी विद्यार्थियों के बीच लाना चाहिये तथा उन्नत तकनीकी भारतीय ज्ञान के माध्यम से स्थानीय समस्याओं को चिन्हित करके समाधान करने के लिये विद्यार्थियों को प्रेरित करना चाहिये। आईडिया लैब नए युग की शिक्षा की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए छात्रों और शिक्षकों को “जुड़ने, तलाशने, अनुभव करने, व्यक्त करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने” के लिए सशक्त बनाने का काम करेगी। परियोजना समन्वयक डॉ धर्मेद्र यादव ने कहा कि स्व-रोज़गार और प्रतिभा उपयोग समेत अटल ‘आइडिया-लैब’नवाचार और उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने के संदर्भ में अखिल बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय का का एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है।
जानिए आइडिया लैब के बारे में
आइडिया लैब राज्य में अपनी तरह की पहली लैब है। एआईसीटीई ने विशेष रूप से एआईसीटीई-अनुमोदित संस्थानों में आइडिया (आइडिया डेवलपमेंट, इवैल्यूएशन एंड एप्लीकेशन) लैब की स्थापना की है, ताकि छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के बुनियादी सिद्धांतों का व्यवहारिक अनुभव हो। आईडिया लैब इंजीनियरिंग स्नातकों को अधिक कल्पनाशील और रचनात्मक रूप में ढालेगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों के नवाचार को बढ़ावा देना एवं एक विचार को एक प्रोटोटाइप में बदलने के लिए एक छत के नीचे सभी सुविधाएं प्रदान करना हैं। इस लैब की स्थापना का उदेश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग के मूल सिद्धांतों के अनुप्रयोग के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करना, इंजीनियरिंग छात्रों को अधिक जिज्ञासु, कल्पनाशील और रचनात्मक बनाना हैं।