
कोटा। वन्यजीव सप्ताह-2022 के आज तीसरे दिन एल्ज़ेब्रा पब्लिक स्कूल शिवपुरा प्रश्नों के माध्यम से वन एवं वन्यजीवों को जाना में क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे कोटा के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं कोटा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
प्रतियोगिता का प्रारंभ एल्ज़ेब्रा पब्लिक स्कूल के प्राचार्य श्री भगवती प्रसाद गौतम द्वारा विधिवत रूप से अतिथियों का स्वागत एवं सरस्वती वंदन से किया गया। प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय की प्राणी शास्त्र की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वीणा चौरसिया ने प्रतियोगियों से वन, वन्यप्राणी, वनस्पति, एवं विज्ञान से सम्बंधित रोचक प्रश्न पूछे। जिसके लिए 6 टीमों का गठन किया गया l क्विज में विभिन्न संस्थाओं के 33 विद्यार्थीयों ने भाग लिया। जिनसे चार राउंड में प्रश्न पूछे गए। प्रथम राउंड में पारिस्थितिकी, दुसरे राउंड में विज्ञान, तीसरे राउंड में वन वनस्पति और चौथे राउंड में वन्य जंतुओं और पक्षियों से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए। प्रश्नों को पॉवर पॉइंट के माध्यम से डिस्प्ले करके प्रतिभागियों के सामने रखा गया। सभी टीमों द्वारा दिए गए उत्तरों का मूल्यांकन वन विभाग से सेवानिवृत श्री जीतेन्द्र निर्मोही द्वारा किया गया । प्रतियोगिता में विभिन्न विजेता टीमों की घोषणा राजकीय महाविद्यालय की वनस्पति शास्त्र की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरजा श्रीवास्तव द्वारा किया गया। क्विज में प्रथम स्थान ग्रुप-III “टीम टाइगर”; द्वितीय स्थान ग्रुप-I “टीम जगुआर” को प्राप्त हुआ l जबकि तृतीय स्थान सम्मिलित रूप से ग्रुप- II “टीम चीता”, ग्रुप-IV “टीम प्यूमा”, ग्रुप-VI “टीम लेपर्ड” द्वारा प्राप्त किया। सांत्वना के लिए ग्रुप-V “टीम लायन” का चयन किया गया।
क्विज के सञ्चालन में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कृष्णेन्द्र सिंह नामा एवं वन विभाग के कमल प्रजापति ने सहयोग किया। एल्ज़ेब्रा पब्लिक स्कूल की उप-प्राचार्या श्रीमती सीमा घोष ने सभी प्रतिभागियों एवं आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।
इसी के साथ वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत वन भ्रमण कार्यक्रम में विद्यार्थीयों एवं स्काउट के लगभग 80 प्रतिभागियों के समूह को गराड़िया महादेव वन क्षेत्र में भ्रमण करवाया गया। भ्रमण में मुकंदरा के एसीएफ श्री अनुराग भटनागर ने विद्यार्थीयों को संबोधित करते हुए वन एवं वन्यजीवों के महत्त्व और उनके प्रति मनुष्य के दायित्व को विस्तार से समझाया। एसीएफ रणबीर सिंह भंडारी ने अभ्यारण्य, राष्ट्रीय उद्यान, टाइगर रिज़र्व आदि संरक्षित क्षेत्रों के गठन और कार्यप्रणाली पर जानकारी प्रदान की। भ्रमण के दौरान प्राणी शास्त्र के शोधार्थी श्री लीलाधर सुमन द्वारा इस परिवेश में मिलने वाले वन्यजीवों और उनके व्यवहार के बारे में अवगत करवाया जबकि शोधार्थी सोनू कुमार मीना द्वारा यहाँ पाई जाने वाली वानस्पतिक विविधता और उनके औषधीय उपयोगो से सम्बंधित रोचक तथ्यों द्वारा प्रतिभागियों को लाभान्वित किया। अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में बुधराम जाट ने विद्यार्थियों को वन्य जीवों एवम् पेड़ पौधों के बारे में जानकारी प्रदान की।
Acf anurag bhatnagar ki sarthak pahal