
कोटा । राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में आज विश्व उपभोक्ता दिवस मनाया गया। 15 मार्च 1983 को प्रथम विश्व उपभोक्ता दिवस मनाया गया। प्राचार्य डॉ शालिनी भारती के संरक्षण में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। भारत में उपभोक्ता संरक्षण 15 मार्च 1986 से मनाया जाता शुरू किया गया। उपभोक्ता के अधिकारों की लड़ाई में हर आदमी को जागरूक होने की जरूरत है। कार्यक्रम का संयोजन करते हुए डॉ अमिताभ बासु ने कहा कि जैसे जैसे हम पदार्थ का अधिक से अधिक उपभोग करना शुरू करते हैं वैसे वैसे उपभोक्ता के अधिकारों के प्रति सजग होने की जरूरत है। डॉ गोविंद शर्मा ने कहा कि हमें एक सजग उपभोक्ता के रूप में व्यवहार करना चाहिए। पदार्थ की जितनी ज्यादा कैटेगरी होती है उसमें उतना ही सजग और जागरूक होने की जरूरत है।
उपभोक्ता और बाजार दोनों को नीति और नैतिक व्यवहार के साथ सामने आती रहती है। डॉ विवेक शंकर ने कहा कि हमें हर समय सजग रहना चाहिए। उपभोक्ता जग ठगा जाता है तो उसके लिए जिला उपभोक्ता बना हुआ है। आपके अधिकारों को जिला उपभोक्ता अदालत लड़ती है । डॉ सुमन गुप्ता ने ने कहा कि हमें जागरूक व्यवहार करना चाहिए। हर उपभोक्ता को रशीद जरूर लेना चाहिए और उसे संभाल कर रखना चाहिए। डॉ विवेक कुमार मिश्र ने बताया कि हमें बाजार और उपभोक्ता के बीच विश्वास बढ़ाने की जरूरत है। इसमें बाजार और उपभोक्ता दोनों का हित है । डॉ रविदत्त शर्मा ने कहा कि हमें अपने अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए। इस अवसर पर डॉ आदित्य कुमार गुप्त ने सवाल पूछ कर उपभोक्ता के अधिकारों की रक्षा के लिए बात की इस अवसर पर वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ कल्पना शर्मा, डॉ सविता वर्म ,डॉ नीलम गोयनका डॉ नुसरत फातिमा डा मंजू गुप्ता डा राजेश बैरवा, डॉ के.जी.महावर .बी एल. बामनिया, डॉ आर के मीना डॉ अकिला आजाद, डॉ अनीता टाक , आदि की सक्रिय भागीदारी रही ।