
-अनिल भारद्वाज-
(महासचिव, ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब)
कोटा। वरिष्ठ पत्रकार कृंष्ण बलदेव हाडा का पार्थिव शरीर शनिवार को पंच तत्व में विलीन हो गया। केबीएस के नाम से अपने साथियों में लोकप्रिय रहे कृष्ण बलदेव हाडा का शुक्रवार दो अगस्त को जोधपुर में निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार शनिवार 3 अगस्त को छावनी स्थित मुक्तिधाम में किया गया। उनके पुत्र देवव्रत सिंह ने केबीएस के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी।
लगभग चार दशक तक राजस्थान पत्रिका समेत कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों एवं समाचार एजेंसी में अपनी सेवाएं देने वाले केबीएस के निधन की सूचना से पत्रकार जगत और उनके मित्रों और प्रशंसकों में शोक की लहर छा गई।
अपनी धारदार लेखनी के विपरीत हंसमुख स्वभाव और सदैव सभी की मदद को तैयार रहने वाले केबीएस की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छावनी मुक्तिधाम में बडी संख्या में उनके मित्र, पत्रकार, प्रशंसक और समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करने लोग उपस्थित थे। उपस्थित सभी लोगों ने केबीएस को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी का कहना था कि केबीएस की हर मुद्दे पर पकड थी। विशेषकर अंतरराष्टीय मामलों के वह बहुत जानकार थे। उनकी लेखनी की खासियत उनकी भाषा थी। भाषा इतनी नपी तुली और सहज की बहुत कम शब्दों में भी हर पाठक को बात समझ आ जाए। वह पॉलिटिकल मामलों पर बहुत तीखी टिप्पणी करते थे। लेकिन इसके बावजूद उनके सभी राजनीतिज्ञों से बहुत अच्छे संबंध थे।
केबीएस के अंतिम संस्कार के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र राहुल, प्रेस क्लब कोटा के पूर्व अध्यक्ष प्रद्युमन शर्मा, पुरूषोत्तम पंचोली, के एल जैन, सुबोध जैन, ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुनील माथुर, महासचिव अनिल भारद्वाज, राजस्थान पत्रिका में केबीएस के सपंादकीय सहयोगी रहे शैलेश पाण्डेय, जितेन्द्र शर्मा, राजस्थान पत्रिका के रीजनल एडीटर जेपी सिंह, रणजीत सोलंकी, प्रेस क्लब कोटा के पूर्व अध्यक्ष धीरज गुप्ता, जननायक के सीईओ बीएस झाला, कोटा महाविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष जगदीश राजावत, एक्टिविस्ट रवि जैन, हम लोग संस्था के डॉ सुधीर गुप्ता, टाइम्स ऑफ इंडिया से सेवानिवृत जनार्दन गुप्ता, नरेश हाडा समेत कई सामाजिक संस्थाओ से जुडे लोग उपस्थित थे।
ं