-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा में कोचिंग कर रहे एक छात्रसहित दो युवकों ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में इंद्र विहार कॉलोनी के एक हॉस्टल में रहकर नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट) के कोचिंग छात्र अनिकेत (17) ने आज दोपहर अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरेली रहने वाला यह छात्र पिछले तीन सालों से कोटा में रह रहा था और नीट में प्रवेश की तैयारी कर रहा था। उसने 11वीं कक्षा में प्रवेश भी दाखिला ले रखा था और एक निजी कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था। सूत्रों ने बताया कि अनिकेत ने कल रात को अपने घरवालों से फोन पर बात की थी तो वह तनाव में नहीं था और सामान्य रूप से बातचीत हुई थी लेकिन आज दोपहर जब उसके भाई ने सेलफोन पर उसे कॉल किया तो उसने फोन नहीं उठाया। बार-बार फोन करने के बावजूद जब उसने फोन नहीं उठाया तो भाई ने हॉस्टल की वार्डन को सूचना दी। हॉस्टल के वार्डन ने अन्य छात्रों को ले जाकर अनिकेत के कमरे में झांका तो वह फांसी के फंदे से लटका हुआ नजर आया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृत छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबीएस अस्पताल में रखवाया। मृतक के परिवारजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
किसी कोचिंग छात्र के आत्महत्या करने की इस साल की यब 15 वीं घटना है। इसके पहले हाल ही में 11 दिसम्बर को एक ही दिन में तीन कोचिंग छात्रों के कोटा में अलग-अलग आत्महत्या करने की मामला राष्ट्रीय स्तर पर गरमा गया था और प्रशासन के निर्देश पर लगातार कोचिंग छात्रों को तनाव रहित माहौल उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद आज यह हादसा हो गया।
एक अन्य घटना में महावीर नगर क्षेत्र में रहने वाले एक डाटा ऑपरेटर चंद्रप्रकाश ने अपने घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कोटा की भामाशाह मंडी में काम करने वाला यह युवक के चंद्रप्रकाश दोपहर में घर लौटा और चाय पी कर अपने कमरे में चला गया है लेकिन जब शाम तक बाहर नहीं निकला तो परिवार वालों ने जब जाकर देखा तो वह फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक की अपनी पत्नी से अनबन चल रही थी और दोनों आपस में बात नहीं करते थे। इन दिनों पत्नी अपने पीहर गई हुई थी। संभवत पत्नी से विवाद के कारण ही उसने आत्महत्या की। हालांकि मृतक के पास से कोई मृत्यु पूर्व लिखा पत्र बरामद नहीं हुआ है इसलिए पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक के शव को आज पोस्टमार्टम के बाद उसके परिवारजनों को सौंप दिया गया।
कोचिंग सिटी छात्रों की कब्र ग्राह बनती जा रही है. नौनिहालों की कितनी कुर्बानी लेगी, कोचिंग की दूषित व्यवस्था, कौन अगुवाई करेगा कोचिंग व्यवस्था से छात्रों के शोषण से,. राज्य सरकार तथा केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय की खबर आंख खुलेगी , कोइ तो सीमा रेखा होनी। ही चाहिए . मानवाधिकार आयोग भी इस व्यवस्था में बदलाव लाने की ओर संवेदनशील नहीं है. अब समय आ गया है कि अभिभावक ही अपने होनहारों को ,असमय काल के ख्याल में जाने से बचाएं .