
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा की केंद्रीय कारागार में सोमवार को अपराधी सुधार दिवस पर बंदियों से सकारात्मक सोच के साथ समाज के लिये अनुकरणी उदाहरण प्रस्तुत करने की अपेक्षा जताई।
कोटा कारागार में समाज कल्याण सप्ताह अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता। परिस्थितियां एवं वातावरण उसे अपराध की ओर प्रवृत्त कर देते हैं। क्षणिक आवेश में आकर जो अपराध बंदियों द्वारा कारित हो गया, उसका प्रायश्चित कर सकारात्मक सोच रखनी चाहिए जिससे जब भी अपने अपराध की यजा भुगत कर कारागार से बाहर जाएं तो समाज में एक नवीन उदाहरण बनकर अपने जीवन का निर्वाह कर सकें।
केंद्रीय कारागृह के अधीक्षक परमजीत सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए केंद्रीय कारागृह में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल ने समाज कल्याण सप्ताह एवं अपराधी सुधार दिवस की उपादेयता के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर केंद्रीय कारागृह के बंदी कलाकारों ने संगीत एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। जिला कलक्टर ने उन्हें पदक प्रदान कर पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में जेल उपाधीक्षक जसवंत सिंह, जेलर अर्जुन सिंह, परिवीक्षा अधिकारी परमानंद, उप कारापाल अब्दुल सईद अंसारी एवं अन्य उपस्थित रहे।

















