
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्या प्रकरण में परिजनों ने कोचिंग पर आरोप लगाया है। मंगलवार को कोटा पहंुचे स्टूडेंट के अभिभावकों को पोस्टमाॅर्टम के बाद शव सौंप दिया गया।
सूचना पर परिजन कोटा पहुंचे। न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की मोर्चरी में स्टूडेंट के परिजनों ने सवाल उठाया है कि जब वो कोचिंग नहीं जा रहा था तो माता पिता को सूचना क्यों नहीं दी गई। इधर पुलिस का कहना है कि स्टूडेंट ने बार बार परिजनों को नम्बर चेंज करके बता रहा था। उसने तीन बार नम्बर चेंज किए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। रविवार शाम को यूपी के शाहजहांपुर निवासी अली राजा ने हॉस्टल में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। अली कोटा में रखकर जेईई की तैयारी कर रहा था।
बेटे की पढ़ाई के लिए माता पिता मुंबई गए
स्टूडेंट अली राजा के चाचा सईक सलमानी ने बताया कि अली के पिता 5 साल पहले सऊदी अरब रहते थे। बेटे की पढ़ाई का खर्चा उठाने के लिए माता पिता मुंबई शिफ्ट हुए थे। अली जब भी फीस की डिमांड करता था तो माता पिता जैसे तैसे व्यवस्था करके फीस का इंतजाम करते थे। बच्चे की मौत की सूचना पर दोनों सदमें में है। अली कोचिंग से एब्सेंट चल रहा था तो इसकी जानकारी फोन पर देनी चाहिए थी। उनको पता ही नहीं चला कि वो कोचिंग से एब्सेंट चल रहा है। अली से पूछते तो भी उसने कभी कुछ नहीं बताया। अली 6 महीने से कोटा में था।
महावीर नगर थाना एसएचओ परमजीत सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पढाई के तनाव की बात सामने आ रही है। स्टूडेंट 1 महीने से कोचिंग नहीं जा रहा था। एब्सेंट चल रहा था। उसने परिवार वालों के अलग-अलग 3 नंबर बता रखे थे। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।