
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। रेल प्रशासन ने कोटा होकर एर्नाकुलम- हजरत निजामुद्दीन – एर्नाकुलम के मध्य चलने वाली ट्रेन में स्थायी रूप से वातानुकूलित इकोनॉमी तृतीय श्रेणी तीन कोच को बढाकर पांच कोच कर दिया है । इस गाड़ी में विभिन्न श्रेणी के 18 कोच की बजाय अब कुल 20 कोच होंगे।
पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल के अधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि गाड़ी संख्या 22655 एर्नाकुलम-हजरत निजामुद्दीन में 23 नवम्बर से एवं गाड़ी संख्या 22656 हजरत निजामुद्दीन- एर्नाकुलम में 25 नवम्बर से प्रारम्भ होने वाली गाड़ी में स्थायी रूप से दो वातानुकूलित इकोनॉमी तृतीय श्रेणी कोच को बढ़ा दिया गया है जिससे मंडल के कोटा जं., सवाई माधोपुर एवं भरतपुर के यात्रियों को यात्रा का लाभ मिलेगा। इस वातानुकूलित इकोनॉमी तृतीय श्रेणी कोच में अन्य तृतीय श्रेणी वातानुकूलित कोच की अपेक्षा कम किराया एवं अधिक यात्री सीटों की संख्या है ।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इस संबंध में सर्व संबधित स्टेशनों और कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। यात्रियों से भी अनुरोध किया है कि वे ट्रेन में बढ़ाये गए कोच की उचित स्थिति की जानकारी स्टेशन, रेल मदद 139 एवं ऑनलाइन प्राप्त कर यात्रा करे।
टिकट परीक्षक ने डे़ढ लाख से कैश से भरा बैग लौटाया
देहरादून कोटा नंदा सुपरफास्ट यात्री गाड़ी के एक यात्री का डेढ़ लाख रूपए नकद राशि से भरा बैग लौटकर चल रेल टिकट परीक्षक ने अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।पश्चिम-मध्य रेलवे के कोटा मंडल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि असल में गुरूवार को गाड़ी संख्या 12402 देहरादून-कोटा नंदा देवी सुपरफास्ट के एच-1 कोच में हरिद्वार से मथुरा तक यात्रा के दौरान मथुरा में एक यात्री अपना बैग ट्रेन में ही भूलवश छोड़कर उतर गया।
ट्रेन में आनड्यूटी चेकिंग स्टाफ हंसराज माली ने इस अज्ञात बैग के बारे में कोच के यात्रियों से पूछताछ की तो यात्रियों ने इसकी जानकारी होने से इंकार कर दिया। इसके बाद चेकिंग स्टाफ हंसराज ने यात्रियों के सामने बैग को खोला जिसमे डेढ़ लाख रुपए नकद और एक सैलफ़ोन इत्यादि सामान था । बैग में मिले सैलफ़ोन के मौजूद नंबरों की मदद से रेलकर्मी ने यात्री से सम्पर्क किया। इसके बाद यात्री ने कोटा में अपने परिजनों को मामले की जानकारी दी। गाड़ी के आज सुबह 10.45 बजे कोटा पहुंचने पर रेलकर्मी ने यात्रियों के परिजन को यह बैग लौटा दिया। यात्रियों ने ईमानदारीपूर्ण इस सराहनीय कार्य के लिए रेल प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

















