
-अशोक सैनी-
कोटा। सबसे कठिन, दुर्गम और जोखिमपूर्ण माने जाने वाली 111 किलोमीटर लंबी कटरा-बनिहाल रेल परियोजना को इसी साल दिसंबर में पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद जनवरी से इस रेल मार्ग पर ट्रेन संचालन शुरू हो सकता है। इसके चलते कई ट्रेनों को कटरा से बनिहाल तक बढ़ाया जाएगा। इसमें कोटा मंडल से गुजरने वाली कोटा-श्री माता वैष्णो देवी कटरा (19804-03) और बांद्रा, हापा, गांधीधाम-श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्वराज एक्सप्रेस (12471-78) भी शामिल है।
अधिकारियों ने बताया इस परियोजना का करीब 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यहां पर ग्यारह पुल बन चुके हैं। पांच का काम जारी है। इसके अलावा इस रेल मार्ग पर करीब 12.89 किलोमीटर लंबी सुरंग भी पूरी तरह तैयार है। इसे भारत की सबसे लंबी एस्केप सुरंग बताया जा रहा है। जबकि जहां करीब 12.75 किलोमीटर लंबी दूसरी सुरंग का काम भी तेजी से चल रहा है।
रोमांचपूर्ण होगा सफर
यह परियोजना पूरी होने के बाद देश कश्मीर की घाटियों से सीधा जुड़ जाएगा। हरियाली से लदी इन खूबसूरत वादियो में बनी सुरंगे, घुमावदार रास्ते और दुनिया के सबसे उंचे पुल पर सफर यात्रियों को खासा रोमांचित करेगा। चिनाब नदी पर बना यह पुल तलाश से करीब 359 मीटर ऊंचा है। बादल भी इस पुल के नीचे रहते हैं। इससे ऐसा लगेगा कि ट्रेन बादलों के ऊपर चल रही है। 1486 करोड़ रुपए में बने इस पुल का काम लगभग पूरा हो चुका है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ट्रॉली में बैठकर इस पुल का निरीक्षण भी कर चुके हैं। ट्रैक के साथ जनवरी में इस पुल को भी खोल दिया जाएगा।