बराबर कहाँ आदमी देखिए अब, करे बात किस की बड़ी ज़ात होगी

akhilesh photo
फोटो साभार अखिलेश कुमार

-लक्ष्मण सिंह-

laxman singh
लक्ष्मण सिंह

नहीं उनसे शायद मुलाकात होगी
पसर कर बैठी हिज्र की रात होगी

अमीरों की नगरी ज़हन बाअसर है
जि़गर की नहीं कोई औकात होगी

बराबर कहाँ आदमी देखिए अब
करे बात किस की बड़ी ज़ात होगी

हकीक़त चुभे झूठ दिल में यहाँ है
बगल में छुर्री मीठी बस बात होगी

सलीके नहीं सीखे हमने ऐ उल्फ़त
चले अब कहीं वस्ल पे घात होगी

चकाचौंध में ढूँढे जो इश्क़ अक्सर
हसीं हुस्न तेरी यही तो मात होगी

अदा नाज़ तो हुस्न के साथ चलते
मिले इश्क़ ओ हुस्न सौगात होगी

Advertisement
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments