
नज़्म
-शकूर अनवर-

*
दोस्ती कीजिए
दोस्ती कीजिए
शहर से गाॅंव से
धूप से छाॅंव से
ज़ख़्म से फूल से
बर्फ़ से धूल से
दोस्ती कीजिए
इल्म* की चाह से
इश्क़ की राह से
दोस्ती कीजिए
धर्म से ज्ञान से
दीनो ईमान से
रब के फ़रमान* से
अपने भगवान से
उसके इंसान से
दोस्ती कीजिए
दोस्ती कीजिए
*
इल्म*पढ़ाई ज्ञान
फ़रमान* आदेश
शकूर अनवर
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