
-गोरस प्रचण्ड की दो बाल पुस्तकों का विमोचन
कोटा। राजस्थान के जाने माने कवि तथा देश भर के अनेक मंचों पर अपने हास्य रस की कविताओं से श्रोताओं को गुदगुदाने वाले कोटा की आर्यावर्त साहित्य समिति के संयोजक गोरस प्रचण्ड ने बाल साहित्य के क्षेत्र में पदार्पण किया और उनकी दो बाल पुस्तकों बाल पहेलियाँ तथा बाल फिलायाँ का विमोचन बुधवार को डाढ देवी में कोटा सम्भाग के साहित्यकारों के वन विहार में किया गया।
विमोचन कार्यक्रम में जगदीश सोलंकी, रघुराज सिंह कर्मयोगी, महेंद्र नेह, मुकुट मणि राज, किशनलाल वर्मा, अम्बिकादत्त चतुर्वेदी, रामनारायण मीना सहित सम्भाग के 63 साहित्यकार उपस्थित थे। इस अवसर पर राजस्थान साहित्य अकादमी के मीरा पुरूस्कार से सम्मानित अम्बिका दत्त ने कहा कि बच्चों को होशियार बनाने के लिए उन्हें दिमाग दौडाने वाली गतिविधियों में शामिल करना सबसे अच्छा होता है और इसके लिए पहेलियाँ बुझाना बेहतरीन तरीका है। जनकवि महेंद्र नेह ने कहा कि पहेलियों के माध्यम से बच्चों में रचनात्मक कौशल तथा क्रिटिकल थिंकिंग का विकास किया जा सकता है।
गोरस प्रचण्ड ने कहा कि बच्चों में संज्ञानात्मक विकास को ध्यान में रख कर उन्होंने हिंदी तथा हाडोती में इन बाल पहेलियों की रचना की है। बच्चों के साथ साथ बालसुलभ मन वाले वरिष्ठ जनों को भी इनमे आनंद की अनुभूति होगी। विमोचन कार्यक्रम के बाद काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका उपस्थित जन समूह ने भी भरपूर आनंद उठाया। कार्यक्रम का संचालन रामबिलास रखवाला ने किया।