
हिन्दी दिवस के अवसर पर
-प्रकाश केवडे-

कहते हो राष्ट्र भाषा
पर उपयोग करते कितना
पढते हो अंग्रेजी अखबार
बंद हो रहे हिंदी अखबार बिकना
गर्व है हिंदी पर वो कहाँ है?
अंग्रेजी माध्यम की स्कूल
पर अभिभावकों की कतार
हिंदी माध्यम की शाला बेजार
अंग्रेजी गिटपिट करे वो ऊँचा
हिंदी बोले वो इंसान ओछा।
गर्व है हिंदी पर वो कहाँ है?
परदेसी अंग्रेजी भाषा हुई अपनी
मातृभाषा हिंदी हो गई परायी
देसी भाषा का अपमान करे
ऐसा देश दुनिया में कहाँ है?
गर्व है हिंदी पर वो कहाँ है?
जिन्हें नाज है हिंद पर वो कहां है? के तर्ज पर एक कविता।
रचियता प्रकाश केवडे