-मनु वाशिष्ठ-
???????? सब्जियां सर्दियों में????????
खूब खाइए सब्जियां,
स्वस्थ रहे शरीर, रोग ना व्यापै,
देख सब्जियों की शक्ति को,
सर्दी भी थर थर कांपै।
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खूब बनाएं सूप, पिएं कभी भी,
चायकॉफी पर भारी,
इसकी महिमा, कही ना जाए,
है बहुत हितकारी।
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अदरक,लहसुन,प्याज,धनिया,
हरीमिर्च अलबेली,
सरसों,चना, मैथी, बथुआ,
पालक संग भाती है मूली।
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शकरकंद,अमरुद,बेर,संतरा से
मन नहीं भर पाता,
कब्ज़ करें दूर, लेकिन
सर्दीखांसी से भी इनका नाता।
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चुकंदर,गाजर,आंवला का जूस
है विटामिन से भरपूर,
मिले शक्ति, आंखों की ज्योति,
होजाए कमजोरी दूर।
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खेतों में है खड़ा गन्ना,
चना चौधरी, मटर गुलाम,
इन्हीं अदाओं पर मर रही,
ठाड़ी सरसों करे सलाम।
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__ मनु वाशिष्ठ, कोटा जंक्शन राजस्थान
मनुष्य जीवन प्रकृति की देन है ंऔर जीवनदाता ने मनुष्य के पोषण संरक्षण के लिए पर,फूल और सब्जियां, बहुतायत से दी है. इनके सेवन से हम वर्ष पर्यन्त स्वस्थ,निरोग रह सकते हैं, रचनाकार मनु वशिष्ठ ने प्रकृति के अनमोल खजाने की विशेषता को परिभाषित किया है अपने लेख में .