-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
परिस्थितियां कैसी भी हों अपनी प्रकृति और स्वभाव नहीं छोडना चाहिए। यह सीख है प्रकृति में फूल, पौधे और वनस्पति की। कमल कीचड़ में पैदा होने के बावजूद अपनी सुंदरता नहीं छोड़ता। वह उतनी ही शिद्दत से कीचड़ भरे तालाब में भी सुंदरता बिखेरता है। यही स्थिति जड़ी बूटी वाले पौधों की है। चाहे गार्डन में उगाए जाएं या जंगल में स्वतः पैदा हों उनके गुण और सौंदर्य पर कोई फर्क नहीं पड़ता ।

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