
-देवेंद्र यादव-

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा में अपनी पहली चुनावी जनसभा करके, हरियाणा कांग्रेस के मठाधीश नेताओं का भ्रम और नाराजगी के मुद्दे को एक साथ शांत कर दिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भी संदेश दे दिया।
राहुल गांधी की हरियाणा में चुनावी जनसभा होने से पहले लंबे समय से मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल हरियाणा कांग्रेस के नेता यह दम भर रहे थे कि हरियाणा में कांग्रेस यदि वापसी करेगी तो उनकी दम पर करेगी।
हरियाणा चुनाव की घोषणा होने से पहले और टिकट वितरण के समय, हरियाणा कांग्रेस के एक खास नेता की हवा बताई जा रही थी, मगर 26 सितंबर को जब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी पहली चुनावी सभा के मंच पर अपना पैर रखा तो हरियाणा कांग्रेस नेता की हवा निकल गई। नेताजी चुनावी मंच से जन समूह को बताने लगे कि हरियाणा में कांग्रेस की लहर है और कांग्रेस की लहर को राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरियाणा से निकालकर बनाया है। कांग्रेस हरियाणा में राहुल गांधी के प्रभाव के कारण सत्ता में वापसी करेगी। मतलब साफ है हरियाणा के स्वयंभू नेताओं के भ्रम को राहुल गांधी ने यहां पहुंचकर दूर कर दिया।
हरियाणा कांग्रेस के नेताओं का भ्रम इसलिए भी दूर हुआ क्योंकि हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट मांग चुके हैं। आगे भी मोदी की रैली होने वाली है और मोदी को जवाब देना हरियाणा के किसी भी नेता के वश की बात नहीं है। मोदी को राहुल गांधी ही जवाब दे सकते हैं। राहुल गांधी ने मोदी की रैली के एक दिन बाद 26 सितंबर को जवाब भी दिया। अब राहुल गांधी के सवालों का जवाब अगली चुनावी रैली में नरेंद्र मोदी कैसे देते हैं इसका इंतजार है। मगर राहुल गांधी ने हरियाणा में अपनी पहली चुनावी जनसभा में अपने इरादे जाहिर कर दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हरियाणा की सत्ता में तो ऐतिहासिक वापसी करेगी, साथ में कुछ समय बाद केंद्र की सत्ता में भी वापसी करेगी।
राहुल गांधी का आत्मविश्वास और जनता के प्रति भरोसा बता रहा था कि राहुल गांधी केंद्र की सत्ता में तुरंत वापसी के लिए कितने, कॉन्फिडेंस हैं।
राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के इरादों को भी खत्म किया। भारतीय जनता पार्टी के नेता उम्मीद कर रहे थे कि हरियाणा में कांग्रेसी नेताओं की मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रही नाराजगी का लाभ चुनाव में उनकी पार्टी को मिलेगा। यह बात 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कही थी कि यदि कांग्रेस सत्ता में आए तो कांग्रेस के नेताओं के आपस का झगड़ा हरियाणा को नुकसान पहुंचाएगा। शायद राहुल गांधी ने मोदी की इस बात को गंभीरता से लिया और 26 सितंबर को सभी कांग्रेस के नेताओं को अपने चुनावी मंच पर लाकर खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं और कांग्रेस को हरियाणा की सत्ता में वापस लेकर आएंगे।
हरियाणा में मुख्यमंत्री पद के दो दावेदार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा दोनों राहुल गांधी के साथ मंच पर नजर आए और दोनों ही नेताओं ने राहुल गांधी की जबरदस्त तारीफ की और कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आपकी मेहनत के कारण ही बनेगी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)