जन्मदिन के बहाने प्रदेश में अपनी ताकत का अहसास करवायेगी वसुंधरा राजे

यह साल चुनावी राजनीति की दृष्टि से चुनावी साल है इसलिए जन्मदिन के मौके को श्रीमती राजे एक बड़े अवसर के रूप में भुनाने की कोशिश कर रही है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि 4 मार्च को सालासर बालाजी में होने वाले श्रीमती राजे के जन्मोत्सव के अवसर पर पूरे प्रदेश भर से श्री राजे के समर्थक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पूरे जोश-उत्साह के साथ जुटेंगे और इस जन्मोत्सव के जरिए राजे समर्थक पूर्व मुख्यमंत्री को एक बार फिर से प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ने की नसीहत पार्टी नेतृत्व को देना चाहते हैं।

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-कृष्ण बलदेव हाडा –

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कृष्ण बलदेव हाडा

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे इस बार अपना जन्मदिन मूल तारीख 8 मार्च की जगह 4 मार्च को मनाएगी लेकिन भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश में आंतरिक राजनीति के लिए की दृष्टि से खास बात यह है कि अपने जन्मदिन के बहाने श्रीमती वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों की प्रदेश में अपनी ताकत का अहसास करवाना रहेगा।
श्रीमती राजे जन्मदिन के बहाने न केवल भाजपा के आला नेतृत्व के सामने अपनी ताकत का अहसास करवायेगी बल्कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के उन लगभग आधा दर्जन नेताओं को जमीनी हकीकत दिखाने की सफ़ल प्रयास करेंगी जो पिछले करीब चार सालों में उनके नेतृत्व को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं।
वैसे तो श्रीमती राजे का जन्मदिन 8 मार्च को आता है लेकिन इस बार ठीक 8 मार्च को होलीकात्सव यानि धुलण्ड़ी का पर्व होने के कारण अपने समर्थकों के आग्रह पर श्रीमती वसुंधरा राजे ने चार दिन पहले 4 मार्च को ही अपना जन्मदिन मनाने का ऐलान किया है।
कहने को तो श्रीमती वसुंधरा राजे खेमे की ओर से इस जन्म दिवस समारोह को लेकर किसी तरह की राजनीति करने से इनकार किया जा रहा है लेकिन जानकारों का मानना है कि राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले श्रीमती वसुंधरा राजे अपने इस जन्मोत्सव समारोह के जरिए प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच अपनी ताकत का एहसास पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व सहित प्रदेश के अन्य खेमों के नेताओं को भी करवा देना चाहती है।
जैसा की सर्वविदित है, श्रीमती वसुंधरा राजे देव दर्शन कार्यक्रमों में सक्रिय रही है तो बीते साल की तरह इस वर्ष भी श्रीमती वसुंधरा राजे ने अपना जन्मदिवस राजस्थान के एक प्रमुख धार्मिक स्थल सालासर बालाजी में 4 मार्च को मनाने का निर्णय किया है। पिछले साल श्रीमती राजे ने आराध्य देव भगवान केशव के पूजा स्थल माने जाने वाले बूंदी जिले के केशवरायपाटन नगर में अपना जन्मदिन व्यापक पैमाने पर और भव्य तरीके से मनाया था।
यह साल चुनावी राजनीति की दृष्टि से चुनावी साल है इसलिए जन्मदिन के मौके को श्रीमती राजे एक बड़े अवसर के रूप में भुनाने की कोशिश कर रही है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि 4 मार्च को सालासर बालाजी में होने वाले श्रीमती राजे के जन्मोत्सव के अवसर पर पूरे प्रदेश भर से श्री राजे के समर्थक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पूरे जोश-उत्साह के साथ जुटेंगे और इस जन्मोत्सव के जरिए राजे समर्थक पूर्व मुख्यमंत्री को एक बार फिर से प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ने की नसीहत पार्टी नेतृत्व को देना चाहते हैं। साथ ही ऐसा ना होने की स्थिति में श्रीमती राजे के समर्थकों की वजह से अगले विधानसभा चुनाव में संख्या बल की दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी को कितना नुकसान हो सकता, इसका भी एहसास करवाया जाएगा।
सालासर बालाजी में होने वाली श्रीमती वसुंधरा राजे के जन्मोत्सव की तैयारियों के सिलसिले में श्रीमती राज्य के कट्टर समर्थक पूर्व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, श्रीमती राजे की कैबिनेट में मंत्री रहे कालीचरण सराफ, यूनुस खान, प्रताप सिंह सिंघवीऔर भी कई अन्य नेता पूरे मनोयोग के साथ जिटे है हैं। यह नेता न केवल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हैं बल्कि सालासर बालाजी में जन्मोत्सव मनाने के लिए हो रही तैयारी में अधिकतम संख्या में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति को सुनिश्चित करने को योजनाबद्ध तरीके से अमलीजामा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
हाल ही में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद राजनीतिक विश्लेषक कयास लगा रहे हैं कि श्रीमती राजे भी नेता प्रतिपक्ष की प्रबल दावेदार है लेकिन जानकारों का कहना है कि श्रीमती राजे नेता प्रतिपक्ष बनने की जगह अगले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी की स्टीयरिंग कमेटी (चुनाव संचालन समिति) के चेयरमैन बनने की जुगत में है क्योंकि इस कमेटी की अनुशंसा पर ही पार्टी के अगले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के नाम तय किए जाने हैं और श्रीमती राजे की रूचि नेता प्रतिपक्ष बनने की जगह प्रदेश में टिकट बांटने पर ज्यादा है ताकि यदि उनकी ओर से नामित प्रत्याशी विधानसभा चुनाव जीत कर प्रदेश में बहुमत लाने की स्थिति में आते हैं तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का उनका सपना साकार हो सकता है जिसकी दावेदारी पहले गुलाब चंद कटारिया भी करते रहे हैं तो वर्तमान में बचेखुचे नेताओं में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया,उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़, सांसद और पूर्व मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, संघ की पृष्ठभूमि से आने वाले ओम माथुर भी शामिल है।

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श्रीमती राजे के कट्टर समर्थक कोटा (उत्तर) से पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने तो आज ही ऎलान किया है कि जन्मदिन से पूर्व देव दर्शन यात्रा में कोटा उत्तर विधानसभा से भी हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे। श्री गुंजल ने कार्यकर्ताओं की एक बड़ी बैठक लेकर कहा कि श्रीमती राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं एवं लोकप्रिय नेता हैं। उनके जन्मदिन पर सालासर बालाजी में होने वाले भव्य कार्यक्रम में कोटा से भी हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सालासर बालाजी पहुंचेंगे। श्री गुंजल ने कहा कि चूंकि श्रीमती राजे का हाडोती से अत्यधिक लगाव रहा है इसीलिए कार्यकर्ताओं में भी जन्मदिन को लेकर उत्साह है। पूरे राजस्थान से कार्यकर्ता 4 मार्च को सालासर पहुचेंगे।

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