
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में नई दिल्ली के तिहाड़ जेल में गुरुवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से दूसरे दौर की पूछताछ शुरू की और देश शाम उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
संघीय जांच एजेंसी ने 51 वर्षीय आम आदमी पार्टी (आप) के नेता का 7 मार्च को पहली बार लगभग पांच घंटे तक बयान दर्ज किया था। मनीष सिसोदिया से ईडी ने आज करीब 8 घंटे पूछताछ की है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। दिल्ली की अदालत ने सोमवार को उन्हें 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा था। सीबीआई मामले में मनीष सिसोदिया की जमानत पर शुक्रवार को सुनवाई भी होनी है। ईडी के अधिकारी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत सिसोदिया का बयान दर्ज करने के लिए तिहाड़ जेल पहुंचे थे। ईडी ने सिसोदिया से पूछताछ के लिए अदालत से अनुमति ली थी। अगर जांच अधिकारी को यह मानने की वजहें मिलती हैं कि व्यक्ति धन शोधन के अपराध का दोषी है तो ईडी पीएमएलए की धारा 19 लगा सकती है जिसके तहत उसे मामले में शामिल या आरोपी लोगों को गिरफ्तार करने की अनुमति मिल जाती है।
उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया की अब ईडी की ओर से की गई गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, “मनीष सिसोदिया को पहले सीबीआई ने गिरफ़्तार किया। सीबीआई को कोई सबूत नहीं मिला, रेड में कोई पैसा भी नहीं मिला। कल बेल पर सुनवाई है। कल मनीष छूट जाते तो आज ईडी ने गिरफ़्तार कर लिया। इनका एक ही मक़सद है – रोज़ नये फ़र्ज़ी मामले बनाकर मनीष को हर हालत में अंदर रखना। जनता देख रही है जनता जवाब देगी।”