नई दिल्ली। भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने 10 अप्रैल को आम आदमी पार्टी (AAP) को एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया, जबकि तृणमूल कांग्रेस (TMC) पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) से यह दर्जा भी वापस ले लिया।
यह कदम ईसीआई द्वारा कर्नाटक उच्च न्यायालय को यह सूचित किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है। ईसीआई ने कहा था कि 13 अप्रैल को कर्नाटक विधानसभा चुनावों की गजट अधिसूचना जारी करने से पूर्व ‘राष्ट्रीय पार्टी’ का दर्जा देने के लिए आप के आवेदन पर फैसला करेगा। उल्लेखनीय है कि यदि कोई पार्टी 4 लोकसभा सीट के अलावा लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में 4 राज्यों में छह फीसदी वोट शेयर हासिल करती है तो उसे भी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है।
कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) ने राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में कहा गया है था कि देरी होने से चुनाव लड़ने की उसकी क्षमता बाधित हो रही है।
पिछले ही महीने चुनाव आयोग ने कहा था कि वो शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की “राष्ट्रीय पार्टी” स्थिति की समीक्षा करेगी। आयोग ने एनसीपी के प्रतिनिधित्व पर सुनवाई करेगा, जिसमें उसके फैसले की समीक्षा की मांग की गई थी। एनसीपी अब राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे की आवश्यकता को पूरा नहीं करती है।