नई दिल्ली। चीन में ओमिक्रॉन के बीएफ 7 वेरिएंट के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए भारत में भी लोगों की चिंता काफी ज्यादा बढ़ गई है। दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों से कोरोना गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित कराने के लिए सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को तैनात किया जाएगा। एयरपोर्ट पर 31 दिसंबर से 15 जनवरी तक 16 दिनों के लिए शिक्षक एयरपोर्ट पर तैनात होकर यह सुनिश्चित करेंगे कि यात्री कोरोना गाइडलाइंस का पालन कर रहे हों।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विदेश से भारत आ रहे यात्रियों को कोविड से बचाव के लिए गाइडलाइंस का पालन करने को प्रेरित करने के लिए शिक्षकों को तैनात किया जाएगा। इस दौरान स्कूलों में शीतकालीन अवकाश चलेंगे। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई का भी नुकसान नहीं होगा। विदेश से आने वाले यात्रियों में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। एयरपोर्ट के बाहर आम लोगों में घुलने-मिलने पर कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह पहल की गई है।
भारत में लोगों को कोरोना के मामले बढ़ने और फिर से लॉकडाउन लगने का डर सता रहा है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारतीयों को इस वेरिएंट के खतरे का सामना नहीं करना पड़ेगा।
चीन में कोरोना के बीएफ 7 वेरिएंट ने हाहाकार मचाया हुआ है। यहां बड़ी संख्या में लोग इस वेरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं। चीन में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए भारत में भी लोग काफी ज्यादा चिंतित नजर आ रहे हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में तेजी से फैल रहे इस वेरिएंट की वजह से भारत में कोरोना की कोई नई लहर नहीं आएगी।
कोरोना के खतरे को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी बेंगलुरु में कोविड की स्थिति को लेकर विशेष बैठक की। इस बैठक के बाद सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए बेंगलुरु और मंगलुरु में दो अस्पताल रेडी करने को कहा है। इन अस्पतालों में बेंगलुरु में बौरिंग अस्पताल और मंगलुरु में वेनलोक अस्पताल का नाम शामिल है। इसके अलावा सरकार की तरफ से लोगों के लिए भी कई नियम लागू कर दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रशासन ने सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की तैयारियों का जायजा लिया है। देश भर के अस्पतालों में मंगलवार 27 दिसंबर को कोरोना मॉक ड्रिल की जानी है। उन्नाव और आगरा में दो नए केस मिलने के बाद से प्रशासन सतर्क है। इस बीच यूपी सरकार ने आदेश दिया है कि अस्पतालों में मास्क जरूर लगाया जाए। फिलहाल सार्वजनिक स्थानों पर या फिर सफर के दौरान मास्क लगाने को अनिवार्य नहीं किया गया है। लेकिन केंद्र सरकार से लेकर राज्यों तक में इसकी सलाह जरूर दी जा रही है। यूपी के हेल्थ मिनिस्टर ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमें आगरा में एक शख्स के संक्रमित होने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि शख्स के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।