
नई दिल्ली। एनआईए ने 23 सितंबर शनिवार को पंजाब के अमृतसर और चंडीगढ़ में सिख फार जस्टिस (एसएफजे ) के गुरपतवंत सिंह पन्नून की संपत्तियों को जब्त कर लिया। वह वर्तमान में कनाडा से अपना काम काज कर रहा है। पन्नून के खिलाफ यह कार्रवाई पंजाब के मोहाली में एनआईए की विशेष अदालत द्वारा पारित जब्ती आदेश के बाद की गई है। यह पहली बार है कि एनआईए ने किसी फरार आरोपी की संपत्ति जब्त की है।
एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA), 1967 की धारा 33 (5) के तहत पन्नुन से जुड़ी अचल संपत्तियों को जब्त करने के लिए एक विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।SFJ संगठन को अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन में रहने वाले कुछ कट्टरपंथी सिख चलाते हैं।
गुरपतवंत सिंह पन्नून की पैदाइश अमृतसर जिले के खानकोट गांव की है। उसके पिता पंजाब स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड में कर्मचारी थे। पंजाब यूनवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ डिग्री हासिल करने वाला पन्नू, सिख फॉर जस्टिस का कानूनी प्रवक्ता और प्रवक्ता भी है। कनाडा के अलावा उसके पास अमेरिका की नागरिकता भी है। भारत छोड़कर विदेश जाने वाले पन्नू ने वहां कुछ समय बतौर ड्राइवर काम किया और फिर वकालत शुरू कर दी। उसके हिंसक इरादों को इस बात से ही समझा जा सकता है कि जुलाई 2023 में एक वीडियो जारी करके उसने उत्तरी अमेरिका और यूरोप में भारतीय राजनयिकों की हत्या के आह्वान वाले पोस्टरों की ज़िम्मेदारी ली थी।