
नई दिल्ली। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने बुधवार को संगठन को भंग करने की घोषणा कर दी। केन्द्र सरकार ने बुधवार को पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। इसके कुछ घंटों बाद पीएफआई ने संगठन को भंग करने की घोषणा की।
पीएफआई के राज्य महासचिव ए अब्दुल सत्तार ने एक बयान में कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संगठन पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना जारी करने के बाद संगठन को भंग कर दिया गया। उन्होंने कहा कि देश के कानून का पालन करने वाले नागरिकों के रूप में, हम गृह मंत्रालय के फैसले को स्वीकार करते हैं।
पीएफआई पिछले तीन दशकों से समाज के वंचितों, दलितों और हाशिए के वर्गों के सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है। लेकिन हमारे महान देश के कानून का पालन करने वाले नागरिकों के रूप में, संगठन गृह मंत्रालय के निर्णय को स्वीकार करता है। यह अपने सभी पूर्व सदस्यों और आम जनता को भी सूचित करता है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को भंग कर दिया गया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि अधिसूचना के प्रकाशन के बाद से अपनी गतिविधियां बंद कर दें।