
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की पहल पर सोमवार को सिविल लाईन्स स्थित उनके आवास पर प्रदेश की पहली देवनारायण एकीकृत आवासीय योजना में बॉयोगेस संयंत्र से गैस खरीद के लिये नगर विकास न्यास, राजस्थान राज्य गैस लि. एवं गेल इंडिया के मध्य एमओयू संपन्न हुआ।
श्री धारीवाल इस माैके पर कहा कि इससे कोटा में बॉयोगैस की उपलब्धता के साथ देवनारायण योजना के पशुपालकों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। देवनारायण योजना में 646 आवासों का आवंटन कर 9 हजार पशुओं के साथ पशुपालकों को योजना में स्थानान्तरित कर दिया गया हैं। पूर्ण विकसित होने पर योजना में 15 हजार पशुओं का पालन किया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि पशुओं से प्राप्त होने वाले गोबर के निस्तारण के लिए योजना में 30 करोड़ की लागत से 150 टन प्रतिदिन की क्षमता का गौबर गैस प्लांट स्थापित किया जा रहा है जिसका 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। बायोगैस संयंत्र से प्रतिदिन तीन हजार किलो बायोगैस 21 टन जैविक खाद एवं 10 हजार लीटर उच्च गुणवत्तायुक्त तरल खाद प्राप्त होगा। बायोगैस संयंत्र की स्थापना से इस योजना को गोबर की दुर्गंध से मुक्ति मिली है तथा पशुपालकों से एक रूपये प्रति किग्रा की दर से बायोगैस संयंत्र के लिए गोबर क्रय किया जा रहा है।
नश्री धारीवाल ने कहा कि इससे पशुपालकों की आमदनी में इजाफा होगा। गोबर की आमदनी में से आवास की किश्त चुकाने के बाद भी कई पशुपालकों को काफी राशि की बचत हो रही है। बायोगैस से उत्पन्न गैस को पाईपलाईन के माध्यम से घरों में सप्लाई किया जायेगा। उन्होने बताया कि अधिशेष बायोगैस को गैल इण्डिया एवं राजस्थान स्टेट गैल लि. को केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर विक्रय किया जायेगा। वर्तमान में विक्रय दर 54 प्रति किग्रा है।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ओपी बुनकर, पुलिस अधीक्षक (शहर) केसर सिंह शेखावत, यूआईटी के विशेषाधिकारी आरडी मीणा, सचिव राजेश जोशी, मुख्य अभियंता ओपी वर्मा, गेल इंडिया लि. एवं राजस्थान राज्य गैस लि. के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।