-जगदीश कुमार-
(किसान यूनियन के प्रतिनिधि)
कोटा। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा झालावाड़ से सवाई माधोपुर जिले में प्रवेश प्रवेश होने तक पांच दिसंबर से बारह दिसंबर तक क्षेत्र के विभिन्न किसान संगठनों, संस्थाओं, प्रमुख प्रतिनिधियों सहित हाड़ोती किसान यूनियन के साथ संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर राहुल गांाधी ने जमीन स्तर पर राजनैतिक एवं सामाजिक, आर्थिक स्थितियों की जानकारी प्राप्त करने कि दृष्टि से दलीय राजनीति से ऊपर उठकर विगत 45 वर्षों से किसानों के हित में प्रयास रत किसान यूनियन के प्रमुख किसान प्रतिनिधियों से बूंदी जिले में कैम्प बलदेवपुरा से आगे पदयात्रा में किसान नेता दशरथ कुमार, अरविंद भूत्या, जगदीश कुमार, रामगोपाल मीणा सहित मनवीर सिंह आदि से संवाद किया। वार्ता के दौरान प्रतिनिधियों ने प्रमुख रुप से हाड़ोती क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्रों के लगभग 700 गांवों के पचास हजार से अधिक किसान परिवारों,10 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों एवं करीब दस हजार युवा बेरोजगारों सहित हजारों व्यवसायों को आर्थिक, राजनीतिक एवं सामाजिक अस्तित्व में बनाए रखने वाली प्रमुख कृषि पर आधारित एवं सहकारिता के क्षेत्र की राज्य में एक मात्र स्थापित शुगर मिल को पुनः संचालित करवाएं जाने कि आवश्यकता बताई। जिससे कृषि पर आधारित उद्योग के पुनः संचालित होने से सैकड़ों गांवों का पलायन रुक सकेगा।
प्रतिनिधि मंडल में सम्मिलित राष्ट्रीय युवा संगठन के प्रदेश संयोजक जगदीश कुमार ने राहुल गांधी को अवगत कराया कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कोटा संभाग में कुटीर उद्योगों की स्थापना की आवश्यकता के साथ शुगर मिल को संचालित होने से ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बनेंगी। अरविंद भूत्या एवं रामगोपाल मीणा ने शुगर मिल की प्रारम्भिक से आज तक कि स्थिति से संबंधित पत्र प्रस्तुत करते हुए राहुल गांधी से कहा कि शुगर मिल पर किसी भी प्रकार की वित्तीय देनदारियां बकाया नहीं है राज्य सरकार कि ओर से बिना वित्तीय सहयोग की राशि के बगैर भी मिल को पुनः संचालित किया जा सकता है। मनवीर सिंह ने धान उत्पादकों एवं टेल क्षेत्र के किसानों की नहरी पानी कि समस्या से अवगत करवाया। किसान नेता दशरथ कुमार ने राहुल गांधी को अवगत कराया कि विकास की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए क्षेत्र के किसानों एवं नागरिकों को रोजगार से जोड़ने कि आवश्यकता है जिसके लिए कृषि पर आधारित उद्योग स्थापित किए जाने आवश्यक है। प्रतिनिधियों ने गांधी के सपनों के अनुरूप ग्राम सभा को सशक्त बनाने एवं ग्राम स्वराज को स्थापित करने पर भी वार्ता की। जिस पर राहुल गांधी ने किसान प्रतिनिधियों को सकारात्मक रूप से आश्वस्त किया।