
-राम बाबू मालव-
(विहिप प्रचार प्रमुख)
कोटा। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा अंबेडकर प्रखंड में शस्त्र पूजन व महर्षि वाल्मीकि जयंती श्री राधा माधव मंदिर रिद्धि सिद्धि नगर कुन्हाड़ी में मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष प्रताप सिंह नागदा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महावीर सिंह ने की। विशिष्ठ अतिथि प्रीतम महाराज रहे।
उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि सनातन धर्म को बचाने के लिए शास्त्र और शस्त्र दोनो की आवश्यकता है। प्राचीन काल से ही शस्त्र और शास्त्र की पूजा चली आ रही है महाभारत काल व रामायण काल में भी इनका उदाहरण देखने को मिलता है भारतीय सेना भी प्रतिवर्ष शस्त्र पूजन करती है। शस्त्र हमारे धर्म के साथ-साथ देश की रक्षा भी करते हैं।
उन्होंने अपने वक्तव्य में यह भी बताया कि महर्षि वाल्मीकि संस्कृत के आदि कवि थे। जिन्होंने प्रभु श्री राम के बारे में उनके अदम्य साहस ,नारी सम्मान परोपकार की भावना, सभी वर्गों को साथ लेकर चलना,सामाजिक समरसता का कार्य बताया है। समरस समाज का उदाहरण देते हुए कहा कि भगवान राम ने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर सामाजिक समरसता से परिपूर्ण समाज (राम राज्य) का निर्माण कर आसुरी शक्ति के प्रतीक रावण का वध किया जब राम जी ने किसी के भेदभाव नहीं किया तो राम जी को मानने वाले हम भेदभाव क्यों करें। महर्षि जी यदि प्रभु श्री राम जी के जीवन चित्रण का वर्णन नहीं करते तो शायद हम प्रभु श्री राम के कार्य एवं गुणों से वंचित हो जाते हैं।
हिंदुस्तान के हर व्यक्ति को सामाजिक समरसता के कार्य करने होंगे। संगत व पंगत एक साथ लगानी होगी। हर राज्य ,हर जिले, व हर गांव में संत समागम की आवश्यकता है इससे युवा पीढ़ी को चिंतन करने की शक्ति मिलेगी। हमारी गौरवशाली परंपरा संस्कृति से अवगत कराना बहुत जरूरी है। जब तक समाज में एकरूपता, समानता ,सामाजिक समरसता का भाव उत्पन्न नहीं होगा तब तक विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल की साधना समाज में सतत रूप से चलती रहेगी। कलयुग में संगठन में ही शक्ति है संगठित शक्ति ही समाज में सभी प्रकार की समस्या को समाधान कर सकती है।
इस दौरान बजरंग दल चित्तौड़ के प्रांत सह संयोजक योगेश रेनवाल, महानगर मंत्री मोहन मालव,महानगर उपाध्यक्ष सुरेश मीणा, मातृशक्ति संयोजिका मधुलिका भास्कर, बजरंग दल सह संयोजक राजू सुमन, प्रखंड अध्यक्ष सतीश चतुर्वेदी,उपाध्यक्ष मोहन सिंह हाडा, बजरंग दल संयोजक नरेश मीणा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।