-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। नए साल के जोश के साथ स्वागत और बीते साल को हर्षोल्लास के माहौल में विदा देने के लिए वर्ष के अंतिम दिन की बेला पर जश्न मनाने की जोरदार तैयारी की जा रही है। लोग खास तौर से युवा वर्ग अपनी मनोइच्छाओं-कामनाओं को पंख लगते देखते हुए नए साल के स्वागत के लिए आतुर है और बीते साल के आपदा-विपदा के अवसरों को बिसरा कर इस दौरान के सुखद लम्हों को अपनी यादों में संजोए समेटे हुए विदा करने की तैयारी में है।हर कोई नए साल का नए संकल्प के साथ स्वागत करना चाह रहा है और सद्-इच्छा कुछ हटकर कर गुजरने की है।
साल 2022 की विदाई की घड़ियां आने में अब कुछ दिनों का नहीं तरह, प्रहरों-घंटों का समय ही बाकी बचा है और आम से लेकर खास तक सभी स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। हालांकि कुछ संशय है लेकिन उतने भी नहीं जितने बीते दो सालों में रहे, जब वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप के कारण वर्ष 2020 और 2021 में सभी सार्वजनिक-सामाजिक आयोजनों पर कड़ाई से रोक के चलते इन वर्षों में 31 दिसंबर यानी बहु-प्रचलित शब्द ‘ थर्टी फर्स्ट ‘ को किसी उल्लास-उत्साह भरे जलसे में मनाने की सोच भी कल्पनातीत होकर रह गई थी और सरकारी पाबंदियों-बंदिशों के चलते लोग घरों की चारदीवारी के भीतर ही कैद रहकर उत्साह-उमंग जताने के जतन के बीच एक नीरस से माहौल में ” आगत का स्वागत करने-विगत को विदा ” करने की कोशिशों में ही लगे रह गए।

तैयारियां अब अंतिम पायदान पर
इस साल दो साल बाद अब यह तीसरा साल है जब ‘ थर्टी फर्स्ट ‘ के मौके पर जश्न की तैयारी है। हालांकि चीन सहित कुछ और देशों में वैश्विक महामारी कोविड-19 के नए वैरियंटव़ के कारण फिर से बंदिशों की आशंका के बादल उठते नजर आए थे लेकिन अभी तक तो ऐसी किसी आपदा-विपदा की घड़ी नजदीक आती दिखाई नहीं दे रही और सरकारी स्तर पर भी संक्रमणकाल के सामान्य से नियमों की पालना की नसीहत के अलावा किसी रोक-टोक के सूरते-हाल नजर नहीं आ रहे। लिहाज लोगों में खासतौर से युवाओं ने अच्छा-खासा उत्साह है तो उनके इस उत्सव को भुनाने के लिए ऐसे अवसरों पर प्रायोजित कार्यक्रम करने वाली इवेंट कंपनियां, होटल-रेस्टोरेंट, ओपन एयर गार्डन आदि के संचालक पिछले दिनों से लोक-लुभावने प्रस्तावों के साथ हाजिर है और साल 2022 के अंतिम दिवस के रात को जश्न के साथ विदा करने और नई आशाओं-उम्मीदों के बीच नव वर्ष का स्वागत करने की सभी तैयारियां अब अंतिम पायदान पर हैं। निजी मिल्कियत वाले ऐसे सार्वजनिक स्थानों पर संगीत लहरियों के बीच थिरकने को मंच तैयार हैं। यहां खाने-पीने की सभी प्रीपेड व्यवस्थाओं के साथ रंगारंगा कार्यक्रमों के आयोजन की व्यवस्थाएं की जाने वाली है। यहां तक कि कुछ आयोजकों ने तो किसी उपभोक्ता उत्पाद की तरह ‘ एक के साथ एक फ्री ‘ या ‘ अनलिमिटेड ड्रिंक-अनलिमिटेड फूड ‘ का प्रस्ताव भी रखा हुआ है।
पुलिस के लिए यह रात किसी मोर्चे-बंदी से कम नहीं
उधर प्रशासन की अपनी तैयारियां हैं क्योंकि लोगों के जश्न का यह दिवस उनके लिए, खासतौर से पुलिस प्रशासन के लिए साल के अंतिम रात के अच्छे से जश्न के साथ बीत जाने और लोगों खासतौर से युवाओं के सकुशल अपने घरों को लौटने तक हर समय चाक-चौबंद, चुस्त-दुरुस्त बने रहने में बीतने वाला है। ‘ आगत का स्वागत-वेिगत को विदा ‘ के लिए युवाओं की जश्न भरी तैयारी की तरह पुलिस के लिए यह रात किसी मोर्चे-बंदी से कम नहीं होती। कोटा शहर के हर चौराहे, सार्वजनिक जगहों पर पुलिस तैनात रहती है ताकि कुछ ऐसा अप्रिय ना घटे जो नए साल के स्वागत की नजर में नागवार गुजरे।

सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त होंगे
पुलिस के आला अधिकारी बताते हैं कि साल के अंतिम दिन यानी शनिवार की रात को पूरे शहर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त होंगे। शहर में कम से कम दो दर्जन महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस की नाकेबंदी रहेगी ताकि असामाजिक तत्वों-समाज कंटकों की आवाजाही को रोका जा सके। सार्वजनिक महत्व के ऐसे सभी स्थानों पर पुलिस के जवान पूरी रात सजगता से पहरा देंगे जहां ज्यादा भीड़-भाड़ हो सकती है। इनमें से ज्यादातर जगह में नये कोटा शहर में खासतौर से हॉस्टल एरिया के हिस्से में है। हालांकि प्रशासन की ताकीद के कारण कोचिंग स्टूडेंट की बाहर आवाजाही की मनाई रहने वाली है, लेकिन यह पूरी तरह से रोकी जा सकती है, उसमें पक्के तौर पर संदेह है। फिर भी पुलिस की कोशिश तो अपने स्तर पर किसी भी तरह के उत्पात को होने से रोकने की रहेगी और किसी भी जुनूनी को कानून से खिलवाड़ की अनुमति नहीं होगी।

पियक्कड़ो की जश्न की रात थाने में गुजारने के भी प्रबंध होंगे
शराब पीकर सड़कों पर दुपहिया वाहनों को दौडाने से रोका जाएगा। पियक्कड़ो का पता लगाने के लिए ब्रेथ एनालाइजर के साथ पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे और पकड़े जाने की स्थिति में उनकी यह जश्न की रात थाने में गुजारने के भी प्रबंध होंगे इसीलिये प्रशासन ने पहले ही लोगों को हिदायत के साथ अपील जारी की हुई है कि- जहां तक संभव हो, घरों में रहकर गरिमा से नववर्ष का स्वागत करें। जरूरी होने पर निकलना पड़े तो शांति-सौहार्द बनाए रखें और नए साल के स्वागत का यही सबसे बढिया भलमनसाहत भरा तरीका होगा। एक खास बात यह कि- श्री केसर सिंह शेखावत के लिए कोटा (शहर) के पुलिस अधीक्षक रहते हुये अपने बीते लंबे गौरवशाली पुलिस सेवाकाल को विदाई देने की अंतिम रात होगी इसलिए उनकी भी कोशिश रहेगी कि सब कुछ शांति से गुजर जाए।