
-विष्णुदेव मंडल-

(चेन्नई निवासी स्वतंत्र पत्रकार)
चेन्नई। गौतम अडानी मामले में प्रधानमंत्री के संसद में सीधे जवाब नहीं देने पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संसद में घंटों कैसे बोलना है वह कोई प्रधानमंत्री मोदी से सीखे। वह इधर उधर की बातें तो करते हैं लेकिन विपक्षी पार्टियों के सवाल के जवाब देना नहीं चाहते।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री विपक्षी पार्टियों के नेताओं को ईडी का डर दिखा रहे हैं। उन्होंने दिल्ली स्थित बीबीसी के कार्यालयों पर ईडी के छापामारी पर सवाल के जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी या सरकार के खिलाफ यदि कोई कुछ बोलेगा तो मौजूदा केंद्र सरकार उसके खिलाफ ईडी या सीबीआई द्वारा करवाई करेगी। उन्होंने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री खुद ही कह रहे हैं कि जो काम भाजपा नहीं कर पाई वह काम ईडी ने कर दिखाया। इससे स्पष्ट होता है की मौजूदा भाजपा सरकार ईडी का किस तरह दुरुपयोग कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कह रहे हैं कि विपक्षी पार्टियों को ईडी ने एकजुट कर दिया। मतलब साफ है की मौजूदा केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रही है।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में एम के स्टालिन ने कहा कि अब तो मीडिया हाउस जो मौजूदा केंद्र सरकार के खिलाफ कुछ लिख रहे हैं बोल रहे हैं उस पर भी आक्रमण शुरू हो गया है। बीबीसी कार्यालयों पर छापेमारी इस बात का संकेत है की आगामी दिनों में मोदी सरकार उन सभी संस्थाओं और मीडिया पर कार्यवाही करेगी जो मोदी सरकार के खिलाफ लिख और बोल रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में इस बात का भी जिक्र किया था कि कांग्रेस पार्टी अपने शासनकाल में किस तरह सीबीआई, ईडी और केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग किया करती थी। प्रधानमंत्री ने अपने राज्यों पर राष्ट्रपति शासन लगाना, विपक्षी पार्टियों की सरकार को गिराना, इमरजेंसी लागू करना एवं प्रेस की स्वतंत्रता पर लगाम लगाने का भी जिक्र किया था जिनमें कांग्रेस सरकार द्वारा तमिलनाडु के डीएमके सरकार को बर्खास्त करने की बात का भी जिक्र किया गया था।
तमिलनाडु में कांग्रेस द्वारा डीएमके सरकार को अपदस्थ करने के बारे में पूछने पर मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बताया की भाजपा सरकार को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने भी केंद्र में रहते हुए एआईएडीएमके सरकार को बर्खास्त किया था। फिलवक्त बीजेपी और एआईएडीएमके गठबंधन में है इसलिए मोदी को तमिलनाडु सरकार के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनकी सरकार कांग्रेस के साथ बेहतर तरीके से चल रही हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का आरोप था की नरेंद्र मोदी का मित्रवत संबंध गौतम अडानी के साथ है। वह देश के सभी बड़े बड़े कांटेक्ट अडानी समूह को दे रहे हैं इसलिए वह आरोपों के जवाब देने से बच रहे हैं और उन पर सवाल उठाने वालों के खिलाफ ईडी और सीबीआई का गलत प्रयोग कर रहे हैं जो चिंताजनक है और लोकतंत्र के लिए खतरनाक भी।