
-विहिप के विनायकराव देशपांडे बोले- धर्म बदलने वालों को नहीं मिले आरक्षण
कोटा। विश्व हिंदू परिषद कोटा महानगर के तत्वाधान में “स्वावलंबी भारत के अभ्युदय में व्यापार एवं उद्योग जगत की भूमिका” के विषय पर राजरानी टावर में प्रबुद्ध जन संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता केवी सिंह ने की मुख्य अतिथि दी एसएसआई एसोसिएशन, कोटा के संस्थापक गोविंदराम मित्तल रहे।
कार्यक्रम संयोजक रणछोड़ अग्रवाल ने बताया कि मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री विनायक राव जी देशपांडे संबोधित करते हुए कहा कि धर्मांतरण, घुसपैठ व जनसंख्या असंतुलन भारत के सर्वांगीण विकास में सबसे बड़े बाधक है।
उन्होंने कहा विश्व हिंदू परिषद निरंतर समाज के माध्यम से देश में धर्मांतरण को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने, हिंदू मंदिरों को सरकारी अधिग्रहण से मुक्त करने, समान नागरिक संहिता कानून लागू करने की मांग कर रहा है और कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से देशभर में जनजागरण चलाकर हिंदू परिवारों को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है।
श्री राम जन्मभूमि आंदोलन की वजह से दुनिया भर के हिंदू संगठित हुए। इस आंदोलन से हिंदू समाज में व्याप्त तमाम कुरीतियां समाप्त हुई। धार्मिक जागरण और सांस्कृतिक चेतना का संचार भी हुआ।
महानगर अध्यक्ष श्रीनाथ मित्तल ने पधारे हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। मंच संचालन महानगर मंत्री मोहन मालव ने किया। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम, प्रांत अध्यक्ष प्रताप सिंह नागदा, प्रांत संगठन मंत्री धनराज, बजरंग दल प्रांत सहसंयोजक योगेश रेनवाल, संपर्क टोली सदस्य रामचरण लोधा विधि प्रांत संयोजक नवीन शर्मा उपस्थित रहे।