– कांग्रेस कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया
– बजरंग बली की पूंछ में आग लगाई है तो लंका दहन तय
-रामबाबू मालव-
(प्रचार प्रमुख, विहिप)
कोटा। कांग्रेस द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात का विरोध करते हुए शनिवार को बजरंग दल की अगुवाई में हिंदू संगठनों ने कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया। मानव विकास भवन से कांग्रेस कार्यालय कोटड़ी तक रैली निकाली और कांग्रेस कार्यालय के सामने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया। बाद में कांग्रेस का पुतला जलाया। रैली में संगठन से जुड़े कार्यकर्ता बजरंग बली के जयकारे व हर हर महादेव के नारे लगाते हुए निकले।
बजरंग दल प्रांत सहसंयोजक योगेश रेनवाल ने कहा मुस्लिम वोट को साधने के चक्कर में समय-समय पर कांग्रेस आतंकी संगठन को संरक्षण देने काम करती है। पहले सिमी का भरण पोषण किया। जब सिमी पर प्रतिबंध लगा तो सोनिया गांधी ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। अब सिमी का संगठन पीएफआई जिसको आईएसआई से संरक्षण मिलता है। उस पर बैन लग चुका है। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने घोषणा पत्र में बजरंग दल को पीएफआई के समतुल्य माना है। पीएफआई राष्ट्रविरोधी संगठन है जबकि बजरंग दल देश भक्त संगठन है।
बजरंग दल दिन रात भारत माता की सेवा में लीन है। बजरंग दल सेवा कार्य में सबसे आगे रहता है। देश का सुरक्षा कवच है। कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कहने का मतलब हिंदू समाज को भारत से बैन करने जैसा है। कांग्रेस के नेता भी हिंदुत्व में श्रद्धा रखते हैं। भगवान राम और हनुमान जी को मानते हैं। लेकिन उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है। इसलिए चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल की पीएफआई से तुलना कर रहे है। और बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कह रहे है। रावण के समान अहंकार रखा और बजरंगबली की पूछ में आग लगाना शुरू में कर दिया है तो लंका दहन निश्चित है। आगामी समय में बजरंग दल इसका तख्ता पलट देगा। और राजस्थान सहित देशभर में रामराज्य स्थापित करेगा। संचालन महानगर सहसंयोजक राजू सुमन तथा आभार व्यक्त महानगर संयोजक मुकेश शर्मा ने किया।
विहिप के महानगर अध्यक्ष श्रीनाथ मित्तल, मंत्री मोहन मालव, प्रांत सदस्य रामचरण लोधा, हेमंत विजय, विवेक राजवंशी, राकेश जैन, विकास शर्मा, किशन पाठक, नेता खंडेलवाल, अनिल तिवारी, युधिष्ठिर खटाना, गिर्राज गौतम, योगेंद्र नंदवाना, राकेश पुटरा, तेजवीर सिंह, गोपालराम मंडा, सोनू धाकड़, रामगोपाल लोधा, नरेंद्र सोनी, रामलाल टटवाडिया, हिरेंद्र शर्मा,आकाशदीप मोनू, राहुल सिकरवार, ओम बैरवा, अनिल झांझोट, ललित चौहान, सुरेश मीणा, रणछोड़ अग्रवाल, संजय जैन, आशीष शर्मा, रामावतार शास्त्री, संजय जैन, भुवनेश नागर, बजरंग लाल, जयनारायण गुर्जर,मुकेश सोनी, राजेंद्र मेहरा, किशन गुर्जर, जगदीश नागर, अभिषेक शर्मा, चेतन नेकाडी, महेश सुमन, रौनक आनंद, हेमंत शर्मा,सुमेर सिंह, नरेश मीणा, यतिन नारंग, जयसिंह चौहान, भुवनेश सोनी, दीपक सेन, लक्ष्मण सिंह, जीतू कालरा, हुकम सिंह नरुका, भगवानदास लोधा ,जितेंद्र वर्मा,जोन्टी, नरेंद्र यादव, भवानीशंकर सुमन, संतोष गहलोत, अनिल अग्रवाल, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।