
-देवेंद्र यादव-

लोकसभा में 30 जुलाई मंगलवार का दिन भाजपा सांसद पूर्व मंत्री अनुराग ठाकुर को उस समय महंगा पड़ गया, जब उन्होंने राहुल गांधी की गारंटी देश में जाति जनगणना होगी पर बोलते हुए व्यंग कसा की जिनको अपनी जाति का पता नहीं है वह जाति जनगणना की बात कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने अनुराग ठाकुर के व्यंग्य का जवाब देकर देश का दिल जीत लिया।
संसद के भीतर बैठे भारतीय जनता पार्टी के मंत्री और सांसद उम्मीद कर रहे थे कि राहुल गांधी गुस्से में आकर इसका जवाब देंगे मगर संसद में राहुल गांधी ने एक बार फिर से मोहब्बत की दुकान खोलते हुए कहा कि अनुराग ठाकुर जी ने मुझे अपमानित किया इसके लिए मैं अनुराग ठाकुर जी से माफी नहीं मंगवाना चाहता, बल्कि मेरी नजर तो अर्जुन की तरह मछली की आंख पर है। मैं संसद में जाति गणना का बिल पास करवा कर रहूंगा और देश में जाति गणना जरूर होगी।
अनुराग ठाकुर फिर भी नहीं माने और एक बार फिर से राहुल गांधी को उकसाने की कोशिश की। इस पर समाजवादी नेता अखिलेश यादव खड़े हुए और उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर संसद के भीतर किस अधिकार के तहत सदस्यों की जाती पूछ रहे हैं यह गलत हैं।
अध्यक्ष की चेयर पर बैठे पूर्व कांग्रेसी नेता भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने एक बार नहीं कई बार अनुराग ठाकुर को अपनी सीट पर बैठा कर यह एहसास कराया की वह अनुभवी सांसद हैं और संसद के नियमों को जानते हैं। जगदम्बिका पाल ने कल शायद यह भी इशारा किया कि वह पूर्व में कांग्रेस के नेता रहे हैं। उन्होंने बार-बार अनुराग ठाकुर को उनकी कुर्सी पर बैठा कर राहुल गांधी को बार-बार बोलने का अवसर दिया !
30 जुलाई मंगलवार के दिन देश ने संसद के भीतर राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान के साथ-साथा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे चेयरपर्सन का अनुभव भी देखा। अंबिका पाल ने संसद में एक बड़े हंगामै को होने से रोका। संसद में जगदम्बिका पाल का अनुभव और उनकी शालीनता काम आई। राहुल गांधी ने पाल की शालीनता का सम्मान करते हुए कहा कि मैं अनुराग ठाकुर जी से माफी मंगवाने की मांग नहीं करता हूं।
मंगलवार के दिन संसद में राहुल और अखिलेश की जोड़ी ने सत्ता पक्ष के नेताओं को यह भी एहसास कराया की इंडिया गठबंधन की जोड़ी मजबूत ह।ै यह जोड़ी अब केंद्र की सत्ता से भाजपा को बाहर करके ही दम लेगी।
अखिलेश यादव ने संसद में कहा कि सत्ता पक्ष के नेता इसलिए बौखला रहे हैं क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के भीतर भाजपा बुरी तरह से चुनाव हारी है। अब उत्तर प्रदेश में उनके नेताओं से कोई नमस्कार भी नहीं कर रहा है। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत का मार्जिन भी बहुत कम हो गया। अखिलेश ने यह भी कहा कि जिन नेताओं के कारण उत्तर प्रदेश में बीजेपी हारी बीजेपी हाई कमान उन नेताओं को हटा भी नहीं पा रहा है।
राज्यसभा में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद श्रीमती रंजीता रंजन ने भी मुफ्त बिजली के नाम पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए भाजपा सरकार को तथ्यों के साथ घेरा। रंजीता रंजन के बयान से लगता है कि इस बार कांग्रेस के सांसद पूरी तैयारी के साथ संसद के भीतर अपनी आवाज उठा रहे हैं। यही वजह है कि भाजपा के मंत्री विपक्षी सांसदों के सवालों का जवाब दाएं बाएं करके दे रहे हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)