
-राजेन्द्र गुप्ता-

नाग पंचमी पर भगवान शिव के गले में आभूषण के रूप में मौजूद नाग देव की पूजा होती है। नाग पंचमी पर पूजा करने से आध्यात्मिक शक्ति, अपार धन और मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है।
श्रावण मास की शुक्ल पंचमी को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दिन नागों की पूजा का विधान है।
कब है नाग पंचमी?
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इस वर्ष सावन शुक्ल पंचमी तिथि 21 अगस्त 2023 को रात 12 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 22 अगस्त 2023 को दोपहर 2 बजे होगा। ऐसे में नाग पंचमी का त्योहार 21 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जाएगा।
हिंदू धर्म में सदियों से नागों को पूजने की परंपरा चली आ रही है। ऐसी मान्यताएं हैं कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता को दूध अर्पित करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। नाग पंचमी के दिन अनंत, वासुकि, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक देव नागों की पूजा की जाती है।
नाग पंचमी की पूजन विधि
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नाग पंचमी के दिन सवेरे जल्दी उठकर स्नानादि के बाद व्रत और पूजा का संकल्प लें। एक थाली में हल्दी, रोली, चावल, फूल, दीपक और दूध रख लें। फिर मंदिर जाकर ये सभी चीजें नाग देवता को अर्पित करें। ध्यान रहे नाग देवता को कच्चे दूध में घी चीनी मिलाकर ही अर्पित करना चाहिए। इसके बाद नाग देवता की आरती उतारें और मन में नाग देवता का ध्यान करें। नाग पंचमी की कथा अवश्य सुनें। आखिर में नाग देवता से अपनी इच्छाएं पूर्ण करने की प्रार्थना करें।
धन वृद्धि का उपाय
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नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से जीवन की सारी समस्याओं का अंत हो जाता है। नाग पंचमी के दिन चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा किसी विप्र को या किसी मंदिर में दान करना बेहद शुभ माना जाता हैं। कहते हैं कि अगर इस दिन किसी व्यक्ति को नागों के दर्शन होते हैं तो उसे बेहद शुभ माना जाता है नाग पंचमी की पूजा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और सांप के काटने का डर भी दूर होता है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9116089175
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