
कोटा। अनन्त चतुर्दशी के अवसर पर ग्राम ( खेड़ा रामपुर ) आरामपुरा में हनुमान मंदिर से खेड़ा के प्रमुख मार्ग से ( राम घाट ) पर गणेश जी महाराज की आरती कर जल में विसर्जन किया। जितेन्द्र मेहरा बजरंग दल जिला सुरक्षा प्रमुख ने यह जानकारी दी।
केशू नामा ने बताया जब महर्षि वेदव्यास ने गणेश जी को महाभारत लिखने के लिए मना लिया तो बप्पा ने शर्त रखी कि मैं जब लिखना शुरू करूंगा तो कलम नहीं रोकूंगा, अगर कलम रुक गई तो मैं लिखना बंद कर दूंगा. वेदव्यास जी मान गए और गणेश जी ने लिखना शुरू कर दिया. महाभारत लेखन का कार्य भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन शुरू हुआ था. वेदव्यास जी ने आंखें बंद करके गजानन को कहानी सुनानी शुरू की और 10 दिनों तक कहानी सुनाते रहे और गणपति लगातार लिखते रहे, लगातार 10 दिन तक लिखने के बाद अनंत चौदस के दिन लेखन कार्य पूरा हुआ.जब 10 दिन बाद वेदव्यास ने आंखें खोली तो गणेश जी के शरीर का तापमान काफी बढ़ चुका था. तब वेदव्यास ने गजानन को देखा तो पानी में नहलाया ताकि उनके शरीर का तापमान कम हो सके. तब से गणेश विसर्जन की परंपरा शुरू हुई थी। गौरव मेहरा ने सभी कार्यकर्ताओं को व्यवस्था देकर कार्यक्रम संपन्न किया व कार्यकर्ताओ का सम्मान किया।
बजरंग दल प्रान्त सयोजक योगेश रेनवाल , केशू नामा , रवि मालव , अनिल बैरवा, भरत पारेता, प्रमोद पारेता, आशु नामा,रिंकु सैनी, ओम मालव, सोनू कुशवाह, अरविन्द मालव , दीपू राठौड़, नरेश भील , ओम योगी, राजू योगी, धीरज बैरवा, अर्जुन प्रजापति, हिमांशु सैनी, रामावतार बैरवा, सुरेन्द्र मेहरा, गोलू मोची,जितेन्द्र जटवा, समस्त ग्राम वासी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।