
-ओसवाल समाज सेवा संस्था का सामूहिक क्षमावाणी पर्व
कोटा। जैन साध्वी मणि प्रभा जी ने अपने प्रवचन में कहा कि मानवीय संस्कार सुरक्षित रहेंगे तभी परिवारों को टूटने से बचाया जाएगा। उन्होंने आज के दौर में परिवारों को टूटने से बचने का आवाह्न करते हुए कहा कि क्षमा मांगनी है तो हृदय से मांगे हार्दिक क्षमा से ही विभेद खत्म होते हैं और और एक दूसरे से संबंध ठीक करते हैं।
मणि प्रभा जी रविवार को श्री ओसवाल समाज संस्थान द्वारा आयोजित सामूहिक क्षमावाणी पर्व में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रही थी। उन्होंने परिवार में संस्कारों को अपनाने पर जोर दिया। सामूहिक क्षमावाणी पर्व पर पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा, खादी ग्रामोद्योग भंडार के उपाध्यक्ष पंकज मेहता ने क्षमा पर्व के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री ओसवाल समाज संस्था के अध्यक्ष नरेंद्र लोढ़ा ने स्वागत भाषण में अतिथियों और समाज बंधुओ का हार्दिक स्वागत कर जाने अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना की। संस्था के संगठन मंत्री प्रचार नवीन मेहता ने बताया कि इस अवसर पर नैत्र दान संकल्प शिविर भी लगाया गया जिसमें 61 संकल्प पत्र एकत्र किए गये राजेंद्र जैन ने बताया कि क्षमावाणी पर्व में प्लास्टिक और पॉलिथीन को पूर्ण रूप से निषेध किया गया था। पानी के लिए तांबे के लोटों का इस्तेमाल किया गया। प्लास्टिक कॉटेड कागज के ग्लासों का भी इस्तेमाल नहीं किया गया ,जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश समाज में प्रसारित हुआ। महामंत्री महेंद्र कांकरिया एवं कोषाध्यक्ष लोकेंद्र डांगी ने अतिथियों का स्वागत किया। बालक स्वप्न मेहता ने “पाया जीवन का सार पहना तपस्या का हार’ गीत प्रस्तुत किया।