
-प्रकाश केवडे-

हे दशरथ के नंदन राम
हे कौशल्या के अंजन राम
हे लक्षमण के स्पंदन राम
हे भरत के स्वामी राम
हे वशिष्ठ की आशा राम
हे मुनिजन की भाषा राम
हे सीता के प्राण राम
हे जनक की अभिलाषा राम
हे अवध की आत्मा राम
हे मंथरा के क्रंदन राम
हे दुष्ट संहारक राम
हे अहिल्या के तारक राम
हे केवट के स्नेही राम
हे हनुमंत के ध्येय राम
हे बाली के मारक राम
हे सुग्रीव के पोषक राम
हे अंगद के पालक राम
हे जटायू के सखा राम
हे रामेश्वर के पूजक राम
हे सेतू के स्थापक राम
हे विभिषण के आश्रय राम
हे रावण कुल विध्वंसक राम
हे धर्म के शिरोमणि राम
हे मर्यादा पुरुषोत्तम राम
हे धरा के पावन नाम
हे भारत की अस्मिता राम
हे भक्ति मुक्ति के दाता राम
हे दुखी जन के भ्राता राम
निशी दिन शत कोटि प्रणाम
श्रीराम जय राम जय जय राम।
रचियता प्रकाश केवडे